उदयपुर। परम पूज्य ब्राह्मलीन महंत श्री 1008 श्री बृज बिहारी बन जी महाराज की तपोस्थली उदयपुर का अमरनाथ “श्री गुप्तेश्वर महादेव मंदिर पऱ महंत श्री 108 श्री तन्मय बन महाराज के पंचम चातुर्मास सिमोल्लघन से पूर्व लाभ पंचमी से प्रारम्भ हुआ नव दिवशीय शतचंडी महायाग एवं महारुद्राभिषेक अनुष्ठान 3 नवम्बर को सम्पन्न होगा।
भगवान् श्री गुप्तेश्वर महादेव और भगवती विमलाम्बा के सानिध्य में संपन्न हो रहा है। जिसके निमित्त महंत श्री तन्मय बन महाराज द्वारा पिछले 4 महीने से लगातार कठोर तप करते हुए भक्तो के सहयोग से नवकुण्डीय यज्ञशाला का निर्माण करवाया गया जो की वैदिक गणित से सोमपुरा द्वारा निर्मित करवाई गई। यह अनुष्ठान महंत श्री तन्मय बन महाराज द्वारा विश्व कल्याण एवं वर्तमान में आ रही आपदाओं से राहत हेतु विश्व शान्ति की कामना से करवाया जा रहा हैं। अनवरत भारी बारिश में भी अनुष्ठान निरंतर चल रहा हैं जिसकी पूर्णाहुति 3 नवंबर सोमवार सोम प्रदोष के दिन माध्यन्ह काल में अभिजीत मुहूर्त में संपन्न होंगी। आचार्य प. जीतेन्द्र कुमार त्रिवेदी एवं 22 अन्य भू देवो के सानिध्य में चल रहे अनुष्ठान में देवी की विशेष महापूजा पात्रासाधन एवं बली पंचक का कार्य कल देव उठनी एकादशी को होगा जिसमे जो भी भक्त अपने कल्याणर्थ आ सकते हैं।
महंत श्री तन्मय बन महाराज ने बताया कि इस अनुष्ठान के लिए पिछले 15 दिन से गोपाल पटेल एकलिंगपुरा, अभय सिंह देवड़ा बिलिया, राजेंद्र सिंह सिसोदिया, ओनार सिंह सिसोदिया तितरड़ी ने अलग अलग टोलिया बनाकर सभी व्यवस्था और कार्यक्रम की गतिविधियों की रुपरेखा तैयार कर इस अनुष्ठान को निर्विघ्न सम्पन कराने के लिए सभी कार्यव्यवस्था को सम्पन्न कराया।