विषय पर परिचर्चा आयोजित
उदयपुर : सेहतमंद और सुकूनभरा जीवन पाने के लिए हमारे मन के भाव और ऊर्जा तंत्र का संतुलन बहुत जरूरी है जिसे चक्र ऊर्जा के माध्यम से बनाया जा सकता है।
इस विचार के तहत विज्ञान समिति, महावीर इंटरनेशनल, वरिष्ठ नागरिक समिति और समग्रम संस्थान उदयपुर ने मिलकर एक कार्यक्रम आयोजित किया। मुख्य वक्ता डॉ. रीतु जैन ने बताया कि हमारे मन में छिपा डर, चिंता, तनाव, इच्छाएं और कुण्ठाएं हमारे स्वास्थ्य पर बुरा असर डालती हैं, इसलिए हमें अपनी गलत भावनाओं को छोड़कर क्षमा और स्वीकार करने का मन बनाना चाहिए। उन्होंने कहा कि प्राकृतिक जीवनशैली और भावनात्मक उपायों से हम अच्छे स्वास्थ्य को पा सकते हैं। डॉ. जैन ने असाध्य रोगों के सफल उपचार के अपने अनुभव साझा किए और सभी को सकारात्मक जीवन जीने के लिए प्रेरित किया।
समग्रम संस्थान के संस्थापक डॉ. निहाल जैन ने कहा कि शारीरिक, मानसिक, भावनात्मक और आध्यात्मिक पहलुओं को संतुलित करने से अच्छा स्वास्थ्य और खोई हुई ऊर्जा फिर से मिल सकती है। उन्होंने समग्रम ईको पिरामिड, शोभागपुरा में चल रहे सात दिन के स्वास्थ्य शिविर की जानकारी दी। इस शिविर में प्राकृतिक चिकित्सा, आयुर्वेद और वैकल्पिक चिकित्सा पद्धतियों से चक्रा ऊर्जा संतुलित कर पूरी सेहत ठीक करने का प्रयास किया जा रहा है। देश भर से लगभग 25 प्रतिभागी इसमें शामिल हैं।
विज्ञान समिति मीडिया प्रभारी प्रो विमल शर्मा ने बताया कि कार्यक्रम में विज्ञान समिति अध्यक्ष डॉ. महीप भटनागर ने मुख्य अतिथि का स्वागत किया और वरिष्ठ नागरिकों के स्वास्थ्य में भावनाओं के महत्व को बताया। एन. सी. जैन ने बताया कि 2 नवम्बर 2025 को फतहसागर की पाल पर डॉ. रीतु जैन योगाभ्यास कराएंगी। जिसमे सभी शहर वासी अपने योगा मैट लेकर सादर आमंत्रित है।
कार्यक्रम में विज्ञान समिति के प्रमुख सदस्य डॉ. के. एल. कोठारी, डॉ. आर. के. गर्ग, मुनीष गोयल, डॉ. के. एल. तोतावत, डॉ. के. पी. तलेसरा, इंजीनियर एस. सी. के. वेद, डॉ. बी. एल. चावत, इंजीनियर आर. के. खोखावत, महावीर इंटरनेशनल के अध्यक्ष रविन्द्र सुराणा, सचिव सुरेश बड़ीवाल, न्यासी सदस्य बी. एल. खमेसरा, इंजीनियर आर. के. चतुर और वरिष्ठ नागरिक परिषद के अध्यक्ष वर्धमान मेहता सहित अन्य गणमान्य सदस्य उपस्थित थे।