 
                        उदयपुर। देश की पहली महिला प्रधानमंत्री श्रीमती इंदिरा गांधी के बलिदान दिवस तथा भारत के लौह पुरुष सरदार वल्लभभाई पटेल की जयंती को राष्ट्रीय एकता दिवस के रूप में शुक्रवार को “रक्षाबंधन” धानमंडी स्थित कांग्रेस मीडिया सेंटर पर श्रद्धा एवं सम्मान के साथ मनाया गया।
इस अवसर पर राजस्थान प्रदेश कांग्रेस कमेटी के महासचिव एवं प्रवक्ता पंकज कुमार शर्मा ने दोनों महान विभूतियों की तस्वीरों पर दीप प्रज्वलित कर पुष्पांजलि अर्पित की।
संगोष्ठी को संबोधित करते हुए शर्मा ने कहा कि आज का दिन भारत के इतिहास में अत्यंत महत्वपूर्ण है, क्योंकि हम एक ओर इंदिरा गांधी जी के बलिदान को नमन कर रहे हैं तो दूसरी ओर सरदार पटेल जी की जयंती को राष्ट्रीय एकता दिवस के रूप में मना रहे हैं।
उन्होंने कहा कि श्रीमती इंदिरा गांधी ने राष्ट्र की एकता, सुरक्षा और गरिमा के लिए अपना संपूर्ण जीवन समर्पित कर दिया। उनके साहस, दृढ़ निश्चय और देशभक्ति ने भारत को अंतरराष्ट्रीय स्तर पर सशक्त बनाया।
उनका अमर बलिदान हमें यह सिखाता है कि —“राष्ट्र सर्वोपरि है — व्यक्तिगत जीवन से भी बढ़कर।”
वहीं सरदार वल्लभभाई पटेल जी ने स्वतंत्र भारत को एक सूत्र में पिरोकर सच्चे अर्थों में अखंड भारत का निर्माण किया।
उन्होंने 562 रियासतों को जोड़कर देश की एकता की नींव रखी।
शर्मा ने कहा कि “भारत की असली ताकत उसकी विविधता में नहीं, उसकी एकता में है।”
उन्होंने कहा कि इसी भावना को सशक्त करने के लिए हम राष्ट्रीय एकता दिवस मनाते हैं, ताकि हर नागरिक यह संकल्प ले सके कि वह देश की एकता, अखंडता और समरसता की रक्षा करेगा।
कार्यक्रम के अंत में उपस्थित जनों को देश की एकता और अखंडता की शपथ दिलाई गई।
इस अवसर पर सुभाष चित्तौड़ा, पारस नागौरी, किरण नागौरी,गोविंद सक्सेना, संजय मंदवानी, कृपाशंकर मिश्रा, नरेंद्र सर्राफ, अज्जू, गोपाल अग्रवाल, नारायण शर्मा, दुर्गाशंकर माली, सज्जाद भाई, मांगीलाल मेघवाल, जमना गिरी, यशपाल शर्मा, नरेश साहू, मोहम्मद सलमान सहित अनेक गणमान्य नागरिक उपस्थित रहे।