उदयपुर| संस्कार भारती उदयपुर एवं पश्चिम क्षेत्र सांस्कृतिक केंद्र के संयुक्त तत्वावधान में आयोजित 12 दिवसीय नाट्य कार्यशाला का समापन 4 जून को एक भव्य नाट्य मंचन के साथ हुआ। भूपाल नोबल्स महाविद्यालय के सभागार में प्रस्तुत इस विशेष नाट्य प्रस्तुति में कार्यशाला के प्रतिभागियों ने अपने सीखे हुए अभिनय कौशल का प्रभावशाली प्रदर्शन किया।
कार्यशाला का संचालन अनुभवी रंगकर्मी अमित व्यास ने किया, जिन्होंने प्रतिभागियों को संवाद अदायगी, मंच पर भाव-भंगिमा, अभिनय की बारीकियाँ, मंच अनुशासन, टीमवर्क और चरित्र निर्माण जैसे विषयों पर गहन प्रशिक्षण दिया। 12 दिनों तक चली इस कार्यशाला ने प्रतिभागियों को रंगमंच की तकनीकी व सैद्धांतिक समझ से समृद्ध किया।
समापन अवसर पर “पंडित दीनदयाल उपाध्याय” नाटक का मंचन किया गया, जिसे इंजी. आशा शर्मा ने लिखा और निर्देशन अमित व्यास ने किया। नाटक में पंडित दीनदयाल उपाध्याय की भूमिका में प्रवर खण्डेलवाल, नानाजी देशमुख के रूप में आशीष बुम्बडिया, तथा सूत्रधार और पिता की भूमिका में रमेश नागदा ने प्रभावशाली अभिनय किया। अन्य कलाकारों में सुनीता शर्मा, हिया शर्मा, यश कुमावत, सामर्थ्य सिसोदिया, सुखदेव सिंह राव, प्रांजल पांडे और प्रद्युम्न चौहान ने भी अपने-अपने पात्रों को जीवंत किया।
मंच के पार्श्व में भी प्रतिभागियों की सक्रिय भागीदारी देखने को मिली — हिया शर्मा ने मुख्य निर्माण प्रबंधक के रूप में कार्य संभाला, जबकि प्रवर खण्डेलवाल निर्माण सहायक रहे। संगीत चयन एवं संचालन आशीष बुम्बडिया ने किया, वेषभूषा की जिम्मेदारी सुनीता शर्मा ने निभाई और रूपसज्जा का कार्य प्रांजल पांडे ने संभाला।
यह आयोजन न केवल युवाओं के भीतर नाट्यकला के प्रति रुचि जागृत करने वाला सिद्ध हुआ, बल्कि उन्हें सांस्कृतिक अभिव्यक्ति का एक सशक्त मंच भी प्रदान किया। दर्शकों ने नाटक की प्रस्तुति और प्रतिभागियों के समर्पण की सराहना करते हुए आयोजन को सफल बताया।
इस अवसर पर संस्कार भारती महानगर इकाई उदयपुर के अध्यक्ष राम सिंह भाटी, उपाध्यक्ष वर्षा गहलोत, महामंत्री मुकेश सिंह पंवार, प्रांत इकाई के सहमंत्री मदन सिंह राठौड़ और राष्ट्रीय इकाई के महामंत्री अश्विन दहलवी मौजूद थे |