उदयपुर। नगर माहेश्वरी युवा संगठन उदयपुर की ओर से चल रहे महेश नवमी - 2025 महोत्सव को लेकर शनिवार रात जहां लाफ्टर नाइट में हंसी के ठहाके लगे तो वहीं रविवार को समाज के युवा, बच्चों, बुजुर्गों सभी के लिए सांस्कृतिक संध्या का आयोजन नगर निगम के सुखाड़िया रंगमंच सभागार में किया गया।
सांस्कृतिक सचिव हितेश माहेश्वरी ने बताया कि सांस्कृतिक संध्या में कुल 29 प्रस्तुतियां हुई, जिसमें सोलो, ग्रुप प्रस्तुतियों को देखकर सभागार तालियों की गड़गड़ाहट से गूंज उठा। इस दौरान लव जिहाद को लेकर हुई ग्रुप परफॉर्मेंस और ऑपरेशन सिंदूर को लेकर हुई सोलो डांस परफॉर्मेंस ने सभी दर्शकों में जोश भर दिया और सभी ने खड़े होकर तालियों की गड़गड़ाहट एवं जय हिंद, जय श्रीराम के जयकारों से सभागार को गुंजायमान कर दिया।
सांस्कृतिक सचिव धीरज धुप्पड़ ने बताया कि सब जूनियर वर्ग में रिद्धिमा माहेश्वरी प्रथम, जूनियर वर्ग में चार्ली तोषनीवाल प्रथम, जूनियर ग्रुप वर्ग में नव्या और प्रिशा जागेटिया प्रथम जूनियर वर्ग में तेजस्वी तोषनीवाल प्रथम सीनियर ग्रुप वर्ग में महक राजस्थानी ग्रुप प्रथम आया तो वहीं सब जूनियर वर्ग में निशा माहेश्वरी द्वितीय, जूनियर वर्ग में हर्षिता तोषनीवाल द्वितीय, जूनियर ग्रुप वर्ग में आरणी - कन्नी राठी द्वितीय,सीनियर वर्ग में नीलम पेड़ीवाल द्वितीय और जूनियर ग्रुप वर्ग में पुष्कर ग्रुप द्वितीय रहा। सांस्कृतिक संध्या के दौरान अतिथि के तौर पर निर्मला - गोपाल काबरा, रेखा - रमेश असावा, प्रेमलता - दिलीप मूंदड़ा, विमला - अशोक बाहेती, जतन- नारायण असावा एवं पुष्पा - लादूलाल मूंदड़ा समेत संगठन के पदाधिकारियों ने
समाज के प्रतिभावान बच्चों को सम्मानित किया। इसके साथ ही क्रिकेट और वॉलीबॉल प्रतियोगिता में विजेता रही टीमों और खिलाड़ियों को भी पुरस्कृत किया गया।
एक शाम प्रभु के नाम मंगलवार को
महेश नवमी के मुख्य कार्यक्रमों की श्रृंखला में एक शाम प्रभु के नाम भजन संध्या का आयोजन मंगलवार को राजस्थान महिला विद्यालय में शाम 7:30 बजे से होगा। भजन संध्या के संयोजक विपुल चैचाणी ने बताया कि भजन गायकों के रूप में अयोध्या से परम यदुवंशी, मंदसौर से संजू शर्मा, मंदसौर से शिवम गोस्वामी,उदयपुर से सुनंदा चौधरी अपनी भजन प्रस्तुतियां से भगवान महेश के सामने हाजिरी देंगे, संयोजक अमित मंत्री ने बताया कि भजन संध्या के दौरान लोकेश तूफानी की ओर से हनुमान जी और शिव अघोर की झांकी आकर्षण का केंद्र रहेगी। भजन संध्या के दौरान पुष्प वर्षा, इत्र वर्षा सभी भक्तों पर किआ जाएगी। इस दौरान प्रभु को विशेष श्रृंगार के साथ छप्पन भोग धराया जाएगा।