उदयपुर, जल एवं पर्यावरण संरक्षण की दिशा में ठोस कदम बढ़ाने और आमजन को जागरूक करने की मंशा से मुख्यमंत्री श्री भजनलाल शर्मा के निर्देश पर प्रदेश भर में 5 जून विश्व पर्यावरण दिवस एवं गंगा दशमी के शुभ अवसर पर वंदे गंगा जल संरक्षण जन अभियान का आगाज होगा। अभियान के दौरान एक पखवाड़े तक होने वाले आयोजनों की तैयारियों को लेकर जिला कलक्टर नमित मेहता ने मंगलवार को जिला एवं ब्लॉक स्तरीय अधिकारियों की वीडियो कांफ्रेन्सिग के माध्यम से बैठक ली। इसमें अभियान को सफल बनाने के लिए अधिक से अधिक जनभागीदारी सुनिश्चित करने के निर्देश दिए।
प्रारंभ में जिला परिषद सीईओ रिया डाबी ने अभियान के संबंध में विस्तृत जानकारी दी। जिला कलक्टर श्री मेहता ने अभियान के दौरान विभिन्न विभागों की ओर से होने वाले गतिविधियों पर विस्तृत चर्चा करते हुए आवश्यक दिशा-निर्देश दिए। उन्होंने 5 से 20 जून तक प्रतिदिन होने वाली गतिविधियों और संबंधित विभागों की तैयारियों की जानकारी ली। उन्होंने कहा कि वंदे गंगा जल संरक्षण जन अभियान राज्य सरकार की प्राथमिकता है। सरकार की मंशा है कि इस अभियान में अधिक से अधिक जनभागीदारी सुनिश्चित हो। इसलिए सभी अधिकारी इसे पूर्ण गंभीरता से लें। अभियान के दौरान प्रस्तावित प्रत्येक गतिविधि में अधिक से अधिक आमजन की भागीदारी सुनिश्चित करते हुए इसे जन आंदोलन बनाया जाए। इसके लिए उन्होंने घर-घर पीले चावल रखकर न्योता देने, सभी जनप्रतिनिधियों को ससम्मानित आमंत्रित करने के निर्देश दिए। जिला कलक्टर ने कर्मभूमि से मातृभूमि अभियान के तहत वाटर हार्वेस्टिंग स्ट्रक्चर बनवाने तथा हरयाळो राजस्थान के तहत अधिक से अधिक पौधरोपण करने के लिए आवश्यक तैयारियां सुनिश्चित करने पर भी बल दिया।
यह होंगे आयोजन
वंदे गंगा जल संरक्षण जन अभियान का आगाज गंगा दशमी एवं विश्व पर्यावरण दिवस पर 5 जून को होगा। 5 जून को जिला स्तरीय कार्यक्रम प्रभारी मंत्री एवं प्रभारी सचिव की उपस्थिति में होगा। इसके अलावा पंचायत स्तरपर भी जल पूजन, जल स्त्रोतों की सफाई कार्यक्रम होंगे। जिला व पंचायत समिति स्तर पर आमुखीकरण कार्यशाला और सांस्कृतिक संध्या भी होगी। इसी दिन विश्व पर्यावरण दिवस के अवसर पर वन विभाग की ओर से जिला व ब्लॉक स्तर पर नर्सरियों में सफाई, तुलसी पौधा वितरण, हरयाळो राजस्थान की तैयारी, नेचर वॉक, औद्योगिकी संस्थानों, निजी व सरकारी कार्यालयों को ग्रीन ऑफिस इनिशियेटिव, एनर्जी ऑडिट व ग्रीन बजट की जानकारी देना तथा चयनित स्थलों पर ईको फ्रेण्डली आर्ट तैयार करने जैसी गतिविधियां आयोजित की जाएंगी। शिक्षा विभाग की ओर से ग्राम पंचातय स्तर पर निबंध, भाषण व कविता प्रतियोगिताएं तथा वंदे गंगा प्रभात फेरी का आयोजन होगा। नगरीय क्षेत्रों में नगर निकाय की ओर से जल स्त्रोतों की सफाई, दीप प्रज्वलन, जल संरक्षण संकल्प दिलाना, वाटर हार्वेस्टिंग स्ट्रक्चर की सफाई व रखरखाव गतिविधियां होंगी।राजीविका की ओर से ग्राम पंचायत स्तर पर कलश यात्रा, पीपल पूजन, पीपल पौधरोपण व वितरण, ईको फ्रेण्डली स्थानीय उत्पादों की प्रदर्शनी का आयोजन होगा। जल संसाधन विभाग की ओर से जिला व ब्लॉक स्तर पर जल स्त्रोतों की सफाई व पूजन कार्यक्रम किए जाएंगे। ग्रामीण विकास एवं पंचायतीराजविभाग की ओर से ग्राम पंचायत स्तर पर वंदे गंगा जल संरक्षण जन अभियान संकल्प व नुक्कड़ नाटक, औरण का चिन्हिकरण व घास बुआई की तैयारी, हरयाळो राजस्थान अंतर्गत पौधरोपण की तैयारी, कर्मभूमि से मातृभूमि के तहत कार्यों की स्वीकृति व अवलोकन किया जाएगा। खेल विभाग एवं नेहरू युवा केंद्र की ओर से ब्लॉक स्तर पर चिन्हित स्थलों पर श्रमदान, वंदे गंगा रैली, साइकिल रैली जैसे आयोजन होंगे।
6 जून को निर्जला एकादशी के अवसर पर जल संसाधन विभाग की ओर से किसानों और जल उपयोगिता संगम के सहयोग से नहरों व खालों की साफ-सफाई, पीएचईडी की ओर से ब्लॉक स्तर पर भामाशाहों व एनजीओ के सहयोग से जल सेवा तथा जल परीक्षण अभियान चलाया जाएगा। अजमेर डिस्कॉम की ओर से ब्लॉक व पंचायत स्तर पर ट्रांसफर्मर के आसपास साफ सफाई कराई जाएगी। पुलिस, सेना व अर्द्ध सैनिक बलों की ओर से ब्लॉक पर श्रमदान व जल सेवा में सहयोग किया जाएगा। स्वयंसेवी संस्थाओं की ओर से ग्राम पंचायत स्तर पर जल संग्रहण संरचनाओं की डि-सिल्टिंग, पशु-पक्षियों के लिए जल व्यवस्था आदि गतिविधियां संपादित करेंगे।
7 जून को एनजीओ, पशुपालन, गोपालन, देवस्थान और आरसीडीएफ की ओर से पंचायत स्तर स्तर पर संगोष्ठियां आयोजित की जाएगी। साथ ही गोशाला, पशु चिकित्सालय, दुग्ध संघ में स्वच्छता अभियान चलाए जाएंगे। 8 जून को जिला प्रशासन, खेल, एनवायके, पंचायतीराज, स्थानीय निकायकी ओर से श्रमदान व जागरूकता गतिविधियां, 9 जून को ग्रामीण विकास एवं पंचायतीराज विभाग तथा स्वच्छ भारत मिशन ग्रामीण की ओर से नवीन अमृत सरोवर का शुभारंभ, हरयाळो राजस्थान की तैयारी, सोख्ता गड्ढों की सफाई आदि कार्य होंगे। 10 जून को जलग्रहण विकास एवं भू संरक्षण विभाग की ओर से मुख्यमंत्री जल स्वावलंबन अभियान - 2.1 के पूर्ण कार्यों का अवलोकन, मुख्यमंत्री जल स्वावलंबन अभियान - 2.2 के कार्यों की स्वीकृति व कार्य प्रारंभ कराना, प्रधानमंत्री कृषि सिंचाई योजना की नवीन परियोजना का शुभारंभ, मुख्यमंत्री जल स्वावलंबन अभियान - 2.0 के तहत चयनित ग्राम पंचायत मुख्यालयों पर रात्रि चौपाल आदि गतिविधियां आयोजित की जाएंगी।
इसी प्रकार 11 जून को वन विभाग, 12 को कृषि एवं उद्यानिकी विभाग व स्वायत्त शासन विभाग, 13 को जल संसाधन, पीएचईडी तथा भू जल विभाग, 14 को उद्यान विभाग की ओर से विविध गतिविधियां आयोजित की जाएगी। 15 जून को खेल, एनवायके, शिक्षा विभाग व एनजीओ की अेर से निबंध, नारा लेखन, चित्रकला, खेलकूद आदि जागरूकता गतिविधियां आयोजित की जाएंगी। 16 जून को पंचायतीराज तथा सार्वजनिक निर्माण विभाग, 17 को जलग्रहण एवं भू संरक्षण, 18 को वन तथा 19 को कृषि एवं उद्यानिकी विभाग व स्वायत्त शासन विभाग की ओर से विविध गतिविधियां होंगी।
अभियान के अंतिम दिन 20 जून को जल संसाधन विभाग की ओर से ग्राम पंचायत स्तर पर जल शक्ति अभियान-कैच द रेन के तहत कार्यक्रम होंगे। पीएचईडी की ओर से पेयजल स्त्रोतों की सफाई, वाटर हार्वेस्टिंग स्ट्रक्चर की जानकारी व जल परीक्षण कार्यक्रम किए जाएंगे। जिला व ब्लॉक स्तर पर समापन समारोह होंगे। इसमें अभियान के दौरान सहयोग व मार्गदर्शन देने वाले भामाशाहों व संस्थाओं का सम्मान किया जाएगा।
यह मौजूद रहे बैठक में
बैठक में एडीएम प्रशासन दीपेंद्रसिंह राठौड़, युडीए आयुक्त राहुल जैन, नगर निगम आयुक्त रामप्रकाश, प्रशिक्षु आईएएस सृष्टि डबास, जलग्रहण विकास व भू संरक्षण विभाग के अधीक्षण अभियंता अतुल जैन सहित सभी संबंधित विभागों के अधिकारी उपस्थित रहे। साथ ही सभी उपखण्ड अधिकारी, विकास अधिकारी, तहसीलदार आदि ब्लॉक स्तरीय अधिकारीगण वीसी के माध्यम से जुडे।