उदयपुर। दिनबदिन बढते हुए वातावरण के तापमान में पशुओं को बाहर खुला न छोड़ें। बढती गर्मी में पशुओं को सन स्ट्रोक हिट स्ट्रोक डिहाइड्रेशन से बचाएं यह आह्वान पशुपालन प्रशिक्षण संस्थान के उपनिदेशक डॉण् सुरेन्द्र छंगाणी ने पशुपालकों से किया। डॉण् छंगाणी के अनुसार पशुगृह में भी पशु को इस प्रकार बांधे कि सीधी लू की लपटें पशु पर न आये। ऐसे मौसम में थोडी सी लापरवाही आपके पशु उत्पादन में भारी गिरावट एवं पशुधन नष्ट होने की संभावनाओं को बढा सकता है। पशु को समयण्समय पर पर्याप्त मात्रा में पानी उपलब्ध करवाते रहना चाहिए एवं पशु पोण का भी उपयुक्त प्रबंधन करना नितांत आवश्यक है। इस मौसम में पशुओं को कृमिनाशक देना भी लाभदायक रहता है। पशु के गर्म लू की चपेट में आने पर तुरन्त पशुचिकित्क से सम्पर्क कर उसका उपचार करवायें। उपचार में देरी करने पर पशुपालक अपना पशुधन खो सकता है।