सड़क हादसों पर चिंतन, 100 करोड़ मंजूर
उदयपुर : सड़क दुर्घटनाओं में बढ़ती जनहानि को देखते हुए सोमवार को जिला परिषद सभागार में संसद सदस्य सड़क सुरक्षा समिति की बैठक आयोजित की गई। बैठक की अध्यक्षता उदयपुर सांसद डॉ मन्नालाल रावत, चित्तौड़गढ़ सांसद श्री सीपी जोशी एवं राज्यसभा सदस्य श्री चुन्नीलाल गरासिया ने की।
बैठक में सड़क हादसों के आंकड़ों की समीक्षा, ब्लैक स्पॉट्स की पहचान, सुरक्षा मानकों के पालन और जागरूकता अभियानों पर चर्चा हुई। सांसद डॉ रावत ने बताया कि उदयपुर-सिरोही हाईवे के छह ब्लैक स्पॉट्स के सुधार हेतु केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी से वार्ता के बाद 100 करोड़ रुपये का बजट जारी किया गया है। वहीं उदयपुर-अहमदाबाद हाईवे पर पांच ब्लैक स्पॉट्स के सुधार के लिए भी प्रयास किए जा रहे हैं।
उन्होंने विलायती बबूल हटाने, घायल व्यक्तियों को ‘गोल्डन ऑवर्स’ में अस्पताल पहुंचाने, और सड़क किनारे की खामियों को दूर करने पर जोर दिया। इस पर जिला कलक्टर नमित मेहता ने सभी एम्बुलेंस की आई रेड सॉफ्टवेयर पर मैपिंग, डाटा अपडेट और जागरूकता अभियान चलाने के निर्देश दिए।
दुर्घटनाएं घटाने का लक्ष्य वर्ष 2030 तक
सांसद सीपी जोशी ने कहा कि भारत सरकार का लक्ष्य वर्ष 2030 तक सड़क दुर्घटनाओं में 50% की कमी लाना है। उन्होंने बताया कि मृतकों में 18-45 आयु वर्ग के लोग सबसे अधिक हैं। सरकार द्वारा राष्ट्रीय राजमार्गों पर सुरक्षा उपायों के साथ-साथ मृत्यु पर 1.50 लाख की सहायता राशि का प्रावधान भी किया गया है।
ओवरलोडिंग और अतिक्रमण भी बड़ा कारण
राज्यसभा सदस्य चुन्नीलाल गरासिया ने ओवरलोडिंग, अतिक्रमण और स्पीड ब्रेकर निर्माण में लापरवाही को हादसों का कारण बताया। उन्होंने रेलवे लाइन के पास असामाजिक गतिविधियों और अतिक्रमण हटाने की भी बात रखी।
ग्रामीण इलाकों में बसें बढ़ाने का सुझाव
विधायक फूलसिंह मीणा ने ग्रामीण क्षेत्रों में ओवरलोडिंग, सड़क खराबी और वर्षा में जलभराव से हो रही दुर्घटनाओं का उल्लेख किया। उन्होंने टीडी पुलिस थाने, सज्जनगढ़ रोड, गोवर्धन सागर, प्रतापनगर, ढीकली आदि क्षेत्रों की समस्याएं गिनाते हुए ग्रामीण क्षेत्रों में रियायती किराये पर रोडवेज बसें चलाने की मांग की।
अन्य सदस्यों के सुझाव भी शामिल
सड़क सुरक्षा समिति के सदस्य नारायणलाल चौधरी व प्रभुलाल डिण्डोर ने वीडियो प्रजेंटेशन के माध्यम से यातायात प्रबंधन और सुरक्षा के सुझाव दिए।
ये रहे उपस्थित अधिकारी
बैठक में एडीएम सिटी वारसिंह, जिला परिषद सीईओ रिया डाबी, नगर निगम आयुक्त रामप्रकाश, यूडीए सचिव हेमेंद्र नागर, एनएचएआई, पीडब्ल्यूडी, चिकित्सा, परिवहन सहित अन्य अधिकारी मौजूद रहे।