उदयपुर। पश्चिम क्षेत्र सास्कृतिक केंद्र उदयपुर द्वारा आयोजित मासिक नाट्य संध्या ‘रंगशाला’ के अंतर्गत रविवार को नाटक कला कृति पटियाला द्वारा ‘मुझे अमृता चाहिए’ का मंचन शिल्पग्राम के दर्पण सभागार में किया गया। कलाकारों के बेहतरीन अभिनय ने दर्शकों का दिल जीत लिया।
पश्चिम क्षेत्र सास्कृतिक केंद्र उदयपुर के निदेशक फ़ुरकान खान ने बताया की प्रति माह आयोजित होने वाली मासिक नाट्य संध्या रंगशाला के अंतर्गत रविवार को नाटक ‘मुझे अमृता चाहिए’ का मंचन शिल्पग्राम के दर्पण सभागार में किया गया।
मुझे अमृता चाहिए नाटक आज के समाज में नारी की स्थिति को दिखाता है साथ ही थिएटर को एक व्यक्तित्व निर्माण के लिए आवश्यक उपकरण के रूप में भी सिद्ध करता है। विजया जो एक सामान्य बढ़ती उम्र वाली लड़की है, लगातार उपेक्षा से हतोत्साहित और जीवन से निराश रहती है। परंतु जब अचानक उसे एक नाटक में अभिनय करने का मौका मिलता है तो उसके व्यक्तित्व में अनपेक्षित प्रभाव पड़ता है और वह स्वयं को समाज में एक उपयोगी इकाई के रूप में मानने लगती है।
नाटक की लाईट डिजाइन हरमीत सिंह ने की तथा संगीत हरजीत गुड्डू ने दिया तथा कलाकारों का मेकअप कुलदीप सिंह ने किया। इस नाटक के लेखक योगेश त्रिपाठी तथा संपादन एवं निर्देशन रंगमंच अभिनेत्री परमिंदर पाल कौर द्वारा किया गया। कलाप्रेमियों ने इस नाटक तथा उसके पात्रों द्वारा किए गए अभिनय को सराहा। रंगमंच प्रेमियों ने केन्द्र की प्रशंसा की और ऐसे आयोजन करने के लिए धन्यवाद किया। अंत में पश्चिम क्षेत्र सास्कृतिक केंद्र उदयपुर के निदेशक फ़ुरकान खान द्वारा सभी कलाकारों का सम्मान किया गया।
कार्यक्रम में केन्द्र के उपनिदेशक (कार्यक्रम) पवन अमरावत, सहायक निदेशक (वित्तीय एवं लेखा) दुर्गेश चांदवानी सहित शहर के कई गणमान्य अतिथि उपस्थित थे। इस कार्यक्रम का संचालन केन्द्र के सहायक निदेशक (वित्तीय एवं लेखा) दुर्गेश चांदवानी ने किया।