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विद्यालयों में शैक्षिक संस्कृति विकसित करने के लिए हों समन्वित प्रयासः सांसद

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04 Sep 24
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विद्यालयों में शैक्षिक संस्कृति विकसित करने के लिए हों समन्वित प्रयासः सांसद

ब्लॉक गिर्वा और उदयपुर शहर के सभी विद्यालयों के संस्था प्रधानों की दो दिवसीय सत्रारंभ वाक्पीठ संगोष्ठी का शुभारंभ मंगलवार को राजकीय फतह उच्च माध्यमिक विद्यालय सुरजपोल में सांसद डॉ मन्नालाल रावत के मुख्य आतिथ्य में हुआ। विशिष्ट अतिथि उदयपुर शहर विधायक ताराचंद जैन, ग्रामीण विधायक फूल सिंह मीणा तथा समाजसेवी तख्तसिंह शक्तावत रहे। अध्यक्षता मुख्य ब्लॉक शिक्षा अधिकारी गिर्वा कुंज बिहारी भारद्वाज ने की।
प्रारंभ में वाकपीठ अध्यक्ष रघुनाथ पालीवाल सहित कार्यकारिणी और स्थानीय विद्यालय के संस्था प्रधान चेतन पानेरी ने अतिथियों का स्वागत किया। वाकपीठ उपाध्यक्ष मुकेश पंड्या ने विद्यार्थियों के साथ प्रार्थना प्रस्तुत की। साथ ही वाकपीठ का परिचय प्रस्तुत किया। सीबीईओ भारद्वाज ने स्वागत उद्बोधन देते हुए समस्त प्रधानाचार्य को विभागीय एवं कार्यालयी अपेक्षाओं को पूर्ण निष्ठा से करने एवम् विद्यार्थी हित में कार्य करने के निर्देश दिए।
मुख्य अतिथि सांसद डॉ रावत ने कहा कि प्रधानाचार्य का पद महत्वपूर्ण होता है वे समाज को संस्कारित करने का कार्य करते हैं। इस प्रकार की वाकपीठ ऊर्जा का संचार करती है। उन्होंने कहा कि विद्यालय शिक्षा के मंदिर होते हैं उनमें शैक्षिक संस्कृति विकसित करने के लिए समन्वित प्रयासों की आवश्यकता है। उदयपुर ग्रामीण विधायक मीणा ने कहा कि जिस प्रकार मिट्टी के कई प्रकार के पात्र बनाए जा सकते हैं उसी प्रकार शिक्षक विद्यालय के बच्चों में विभिन्न कौशल विकसित कर उन्हें विभिन्न पदों पर आसीन कर सकता है। उदयपुर शहर विधायक जैन ने कहा कि विद्यालयों के भौतिक विकास पर ध्यान दिए जाने की आवश्यकता है। उन्होंने संसाधनों की पूर्ति के लिए आश्वस्त करते हुए परीक्षा परिणाम की श्रेष्ठता को सर्वापरि बताया।
इन्होंने दी वार्ताएं :
वाक्पीठ के प्रथम दिन अतिरिक्त ब्लॉक शिक्षा अधिकारी डॉ बाल गोपाल शर्मा ने पीईईओ विद्यालय का प्रबंधन, डाइट व्याख्याता हरिदत्त शर्मा ने विद्यार्थियों में संस्कार निर्माण हेतु विद्यालय की भूमिका, क्लिनिकल साइकोलॉजिस्ट दीपिका मीणा ने कक्षा 6 से 12 के विद्यार्थियों हेतु मानसिक संबलन विषय पर वार्ता प्रस्तुत की। मीडिया प्रमुख किरण बाला जीनगर ने बताया कि वाकपीठ अध्यक्ष रघुनाथ पालीवाल ने वाकपीठ के उद्देश्य को विस्तृत रूप से व्यक्त करते हुए कई नैतिक दायित्वों की ओर सदन का ध्यान आकर्षित किया। अतिरिक्त ब्लॉक शिक्षा अधिकारी, गिर्वा विनोद शर्मा ने वीसी के मुख्य बिंदु रखे। वाकपीठ कोषाध्यक्ष विद्या गौड़, चुनाव अधिकारी दिलीप जैन, देशपाल सिंह शेखावत, मोहन मेघवाल, महेंद्र सिंह, मोहम्मद अंसार, राजेश सैनिक सहित बड़ी संख्या में संस्थाप्रधान मौजूद रहे।


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