उदयपुर। रोटरी क्लब उदयपुर,गीतांजली मेडिकल कॉलज एण्ड हॉस्पीटल एवं आईएपी उदयपुर ब्रान्च के संयुक्त तत्वावधान में चल रहे विश्व स्तनपान सप्ताह के पंाचवें दिन बालरोग विभागाध्यक्ष डॉ. देवेन्द्र सरीन ने कहा कि रात्रि में भी माताओं को अपने नवजात शिशु को स्तनपान अवश्य कराना चाहिये। आज विशेष रूप से इनरव्हील क्लब दिवास के सदस्यों ने भाग लिया।
डॉ.सरीन आज गीतांजली हॉस्पीटल के प्रसूता वार्ड में आयोजित संगोष्ठी में बतौर मुख्य वक्ता बोल रहे थे। उन्होंने वहंा पर दुग्धधारी माताओं को सम्बोधित करते हुए कहा कि रात्रि में स्तनपान करवानें से मां में प्रो-लेक्टिन हारमोन्स के कारण मातृदुग्ध का स्त्राव कई गुना बढ़़ जाता है। अतः प्रत्येक मां रात्रि में भी नवजात को अवश्य स्तनपान करवायें।
प्रारम्भ आगन्तुकों का स्वागत इनरव्हील क्लब दिवास की संस्थापक अध्यक्षा रेखा भानावत ने करते हुए स्तनपान की महत्ता पर प्रकाश डाला। कार्यक्रम का संचालन इनरव्हील क्लब दिवास की अध्यक्षा नयना जैन ने किया। अन्य वक्ताओं में डॉ. सुषमा मोगरी ने दुग्धधारी माताओं को पौष्टिक आहार देने पर बल दिया। डॉ. सुशील गुप्ता ने नवजात को जन्म होते ही स्तनपान करवानंे की आवश्यकता बतायी। डॉ. रामकेश ने माताओं को हर दो-तीन घंटे में शिशु को स्तनपान करवानें पर बल दिया।
धन्यवाद की रस्म इनरव्हील क्लब दिवास की उपाध्यक्ष समीक्षा खण्डेलवाल ने अदा की। इस अवसर पर इनरव्हील दिवास की शशि मेहता,ललिता बापना,नीना पटेल,डा. सुख अनवर,डॉ.लक्ष्मी,डॉ. पंखुड़ी एवं डॉ.मुदित विशेष रूप से उपस्थित थे। कल प्रातः साढे़े ग्यारह बजे संस्कृत उच्च माध्यमिक विद्यालय प्रतापनगर में स्कूली बालिकाओं के लिये संगोष्ठी आयोजित की जायेगी।