उदयपुर। उदयपुर चेम्बर आॅफ काॅमर्स एण्ड इण्डस्ट्री ने खनिज राॅयल्टी की दरें बढाये जाने का विरोध किया है।
मानद महासचिव श्री मनीष गलुण्डिया ने जानकारी दी कि यूसीसीआई भवन में माईन ओनर्स की बैठक में सरकार द्वारा मिनरल की राॅयल्टी एवं डेड रेन्ट में बढोतरी से उत्पन्न स्थिति पर चर्चा की गई। बैठक में उदयपुर, राजसमन्द, बांसवाडा, डूंगरपुर, चित्तौडगढ, प्रतापगढ, भीलवाडा एवं सिरोही जिले के माईनिंग से जुडे सदस्यों ने भाग लिया।
इस विषय पर चर्चा के दौरान राज्य सरकार ने खनिज राॅयल्टी में की गई आकस्मिक बढोतरी का माईनिंग उद्यमियों ने विरोध किया। माईनिंग उद्यमियों का कहना था कि वर्तमान में माईनिंग उद्योग कठिन समय से गुजर रहा है। ऐसी स्थिति में माईनिंग उद्योग से जुडे उद्यमियों से चर्चा किये बिना ही आकस्मिक रुप से राॅयल्टी एवं डेड रेन्ट में बढोतरी का आदेश जारी किये जाने से व्यवसाय पर प्रतिकूल असर पडेगा। ज्यादातर माईन्स अनार्थिक होकर बन्द हो जायेंगी जिससे इन खदानों में कार्यरत कार्मिकों के समक्ष रोजगार का संकट उत्पन्न हो जायेगा।
ज्ञात हो कि उदयपुर सम्भाग में माईनिंग व्यवसाय से बडी संख्या में रोजगार का सृजन होता है।
यूसीसीआई की माईनिंग सब कमेटी के चेयरमैन पूर्वाध्यक्ष श्री एम.एल. लूणावत ने बताया कि यूसीसीआई द्वारा खनिज राॅयल्टी की दरें बढाये जाने का विरोध करते हुए उपरोक्त वृद्धि वापस लिये जाने बाबत कई स्तर पर प्रयास किये जा रहे हैं।
यूसीसीआई की ओर से सरकार से पुनः पुरानी दरें शीघ्र लागू करने की मांग की गई है साथ ही उपरोक्त वृद्धि वापस नहीं लिये जाने पर माईन ओनर्स द्वारा मिनरल उत्खनन का कार्य बन्द किये जाने की चेतावनी दी गई है।