उदयपुर । महाराणा मेवाड चेरिटेबल फाउण्डेशन, उदयपुर की ओर से आयोजित वार्षिक गाइड ओरिएंटेशन प्रोग्राम में सुश्री स्वाति जैन ने पिछले ४०० वर्षों में उदयपुर के हुये धार्मिक विकास से रू-ब-रू करवाया। जिसमें सिटी पेलेस म्यूजयम के गाइड्स ने भाग लिया।
सुश्री जैन ने मेवाड के सबसे पुराने धार्मिक स्थल जो चित्तौड के पास नगरी म नारायण वाटिका के निर्माण का मिलता है, पर प्रकाश डाला। मथुरा से नगरी होते हुए विदिशा तक हुए भागवत धर्म के विस्तार पर बात करते हुए सुश्री जैन ने पुराने अभिलेख के आधार पर विस्तृत जानकारी प्रस्तुत की। उदयपुर के पहले जो आहाड नगर यहां बसा हुआ था उसमें पुराने मंदिरों के निर्माण की जानकारी अभिलेखों व पुरातात्विक साक्ष्यों के आधार पर दी।
प्रजेन्टेंशन देते हुए सुश्री जैन ने उदयपुर नगर के राजधानी बनने के बाद से महाराणाओं व महारानियों के द्वारा बनाये गये मंदिरों के निर्माण आदि पर विस्तृत जानकारी प्रस्तुत की।
व्याख्यान के अंत में महाराणा मेवाड चेरिटेबल फाउण्डेशन के प्रशासनिक अधिकारी भूपेन्द्र सिंह आउवा ने सुश्री स्वाति जैन का धन्यवाद करते हुए फाउण्डेशन की ओर से उपहार स्वरुप मेवाड की पुस्तकें आदि भेंट की।