उदयपुर, १० फरवरी से १२ फरवरी तक सिटी पैलेस उदयपुर के सभा शिरोमणि का दरिखाने में उदयपुर की अमिता व्यास द्वारा लोक कला पर प्रदर्शनी आयोजित की जा रही है। अमिता व्यास योग्यता से एक चार्टर्ड एकाउंटेंट होते हुए भी दिल से एक कलाकार है और वो कलाकार होकर अपनी कला के साथ ज्यादा खुश है।
ऑफिस में टेबल वर्क से ज्यादा श्रीमती व्यास की रुचि आर्ट वर्क में रही, इसी कारण व्यास का भित्ति चित्र, वारली कला, पेंटिंग, लिप्पन आदि कलाओं में रुचि दिन-दिन बढती चली गई। लिप्पन मुख्य रूप से गुजरात राज्य के कच्छ क्षेत्र की कला है जिसे ज्यादातर गांव की महिलाओं द्वारा अपने घरों को सजाने के लिए किया जाता है। इसी तरह वारली कला भारत में महाराष्ट्र राज्य के दहानु जिले की बहुत ही सुंदर जनजातीय कला है, जिसे महिलाओं द्वारा ही बनाया जाता है। श्रीमती व्यास वारली एवं लिप्पन कला की कार्यशालाएँ भी आयोजित करती है।
महाराणा मेवाड चेरिटेबल फाउण्डेशन, उदयपुर के मुख्य प्रशासनिक अधिकारी भूपेन्द्र सिंह आउवा ने बताया कि फाउण्डेशन कला एवं कलाकारों के प्रोत्साहन एवं कला के प्रचार-प्रसार हेतु ऐसे कलाकारों को एक मंच प्रदान करता है ताकि देशी के साथ-साथ विदेशी पर्यटकों एवं कलाप्रेमियों को भारतीय कलाओं को जानने का अवसर मिल सके।
प्रदर्शनी १० फरवरी से १२ फरवरी तक प्रातः १० बजे से ४.३० बजे तक रहेगी।
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