उदयपुर । महाराणा प्रताप कृषि एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय में राष्ट्रपिता मोहनदास करमचंद गांधी जी की 75 वीं पुण्यतिथि, 30 जनवरी को शहीद दिवस के रुप मे मनाया गया और विश्वविध्यालय की सभी इकाईयों में उन्हें पुष्पांजलि अर्पित की । छात्र कल्याण आधिकारी डॉ मुर्तजा अली सलोदा ने बताया कि गांधी जी को उनके व्यक्तित्व, आजादी में योगदान और त्याग के लिए महात्मा गांधी, बापू जैसे नामों से संबोधित किया जाता है। महात्मा गांधी सदैव सत्य और अहिंसा के मार्ग पर चलते थे। कुलपति डॉ अजीत कुमार कर्नाटक ने राष्ट्र पिता को श्रद्धांजली अर्पित करते हुए कहा कि उन्होंने देश को अंग्रेजों की गुलामी से आजाद कराने के लिए सत्य और अहिंसा को अपनाया और जीत हासिल की। 'अहिंसा परमो धर्म:' का उनका संदेश पूरी दुनिया में मशहूर है। भारत ही नहीं विदेशों तक लोग किसी आंदोलन या प्रदर्शन के लिए गांधी जी के दिखाए अंहिसा के मार्ग को अपनाते हैं। भारत को आजादी दिलाने के कुछ समय बाद ही महात्मा गांधी का 30 जनवरी 1948 की शाम की प्रार्थना के बाद बिड़ला हाउस में दुखद निधन हो गया था । इस दिन को हम सब देशवासी शहीद दिवस के रुप में मनाते है और देश की रक्षा में अपने प्राण न्योछावर करने वाले वीर सपूतों को श्रद्धांजली अर्पित करते हैं।
मीडिया प्रभारी डॉ सुबोध शर्मा ने बताया कि इस अवसर पर एमपीयूपी के सभी संगठक महाविद्यालयों में छात्र-छात्राओं, फैकल्टी और कर्मचारियों ने राष्ट्रपिता महात्मा गांधी को श्रद्धा सुमन अर्पित किए।