उदयपुर | महाराणा मेवाड चेरिटेबल फाउण्डेशन, उदयपुर की ओर से विश्व पर्यटन दिवस के अवसर पर सिटी पैलेस के जनाना महल में दिनांक २४ सितम्बर से २८ सितम्बर २०२२ तक ’कारीगर मेला-२०२२‘ आयोजित किया जायेगा। जिसमें मेवाड के हस्तशिल्पयों द्वारा निर्मित विभिन्न पारम्परिक उपयोगी एवं सजावटी कलात्मक सामग्री को पर्यटकों के लिए प्रदर्शित किया जायेगा।
फाउण्डेशन की ओर से हस्तशिल्प एवं कला को बढावा देने के उद्देश्य से विश्व पर्यटन दिवस के अवसर पर सिटी पैलेस स्थित जनाना महल में ’कारीगर मेला-२०२२‘ लगाया जा रहा है। इस अवसर पर स्थानीय कलाकार राजेश मोगिया, मूर्तिकला जो पत्थर के छोटे-छोटे कलात्मक हाथी, गणेशजी, मॉर्डन आर्ट की मूर्तियां आदि के साथ ही रसोई में काम आने वाली बहुपयोगी छोटी खरड आदि के एक मंजे हुए कलाकार है। मन्नालाल कुम्हार टेराकोटा (मिट्टी की कलाकृति), के पारम्परिक कलाकार हैं वे १४ साल की उम्र से इस कार्य को कर रहे है, तब उन्हें बाल पुरस्कार से भी सम्मानित किया गया था। राजेश अनंत माहेश्वरी लगभग ४० वर्षों से ’ग्लास इनले वर्क‘ कर रहे हैं। मीनीएचर आर्टिस्ट मदनसिंह ढोलामारू, राजा-महाराजाओं की सवारी, हाथी-घोडो के साथ ही श्रीनाथजी की पिछवाई, आदि के सिद्धहस्त कलाकार है। लालचन्द परिहार का परिवार लगभग ४० वर्षों से सिकलीगर का कार्य कर रहे है आप चाकू, तलवार, कटार, आदि पर खूबसूरत कलाकृतियों आदि को उकेरते है। जो इनका पैतृक व्यवसाय है। सिटी पेलेस में आयोजित ऐसी प्रदर्शनियाँ देशी-विदेशी पर्यटकों के लिए मुख्य आकर्षण का केन्द्र रहती हैं ।