बाड़मेर की कॉटन के कपड़े पर हाथ से की गई कशीदाकारी एवं कांच के वर्क की पेंटिंग्स उदयपुर 24 अगस्त। कार्यालय खादी एवं ग्रामोद्योग आयोग जयपुर एवं अम्बेडकर विकास समिति चौंमू के संयुक्त तत्वावधान में समोर बाग स्थित प्रांगण में चल रहे खादी मेले में राज्य स्तरीय खादी ग्राम उद्योग मेले में पहली बार बाड़मेर की कॉटन के कपड़े पर हाथ से की गई कशीदाकारी एवं कांच का वर्क की हुई पेंटिंग्स लोगों को खूब भा रही हैं।
बाड़मेर से आए अंबेडकर स्वयं सहायता समूह के अमोलक जोगेश्वर ने बताया कि वह पहली बार उदयपुर में इस मेले में आए हैं।
बाड़मेर की कॉटन के कपड़े पर हाथ से की गई कशीदाकारी एवं कांच के वर्क को पूरे देश भर में काफी पसंद किया जाता है। उनके पास राजस्थानी संस्कृति की पहचान कराने वाली पेंटिंग्स जिस पर बारीकी से कांच का वर्क किया गया है। लोगों को खूब आकर्षित कर रही है। वह लोगों की मांग पर कशीदाकारी और कांच के वर्क से विभिन्न राज्यों की संस्कृतियों की झलक भी दर्शाते हैं। उनके पास वॉल हैंगिंग सोफे का कुशन कवर बेडशीट के साथ ही विभिन्न तरह के बेग उपलब्ध है। महिलाएं तो विभिन्न डिजाइन में बने बैग और पर्स को देखते ही पसंद है कर रही है। इन पर बनी कशीदाकारी और कांच का वर्क उन्हें काफी भा रहा है। उनके या निर्मित विभिन्न आइटम बड़ी बड़ी होटलों घरों के डाइनिंग हॉल में सजाए जाते हैं। उनके उदयपुर मेले में आने के बाद शहर के लोगों में ज्यादातर बेडशीट बेड कवर और सोफा कवर की मांग ज्यादा आई है। बाड़मेर की यह कशीदाकारी और कांच का वर्क विदेशों में भी लोकप्रिय है।
मेला संयोजक रामजीलाल और कविता वर्मा ने बताया कि रक्षाबंधन के त्यौहार के बाद लोगों में फिर मेले के प्रति काफी रुझान बढ़ा है। समारोह पर्यटक स्थलों के आसपास होने के कारण यहां पर विभिन्न राज्यों से आए पर्यटक भी प्रदर्शनी में आ कर अपने मनपसन्दीदा आइटम साथ ले जाते है।