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बांसुरी ने थिरकाया, शास्त्रीय संगीत ने झुमाया

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30 Mar 19
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बांसुरी ने थिरकाया, शास्त्रीय संगीत ने झुमाया

उदयपुर । महाराणा कुम्भा संगीत परिषद के साझे में तीन दिवसीय ५७वां अखिल भारतीय महाराणा कुम्भा संगीत समारोह का आगाज शुक्रवार को हुआ। पहले दिन मंझे हुए कलाकारों की प्रस्तुतियों ने श्रोताओं को वाह वाह करने पर मजबूर कर दिया।

कार्यक्रम के मुख्य अतिथि पुलिस अधीक्षक (एसीबी) तेजराज सिंह थे। अध्यक्षता आरएएस दिनेश कोठारी ने की। विशिष्ट अतिथियों में रोटरी क्लब के पूर्व प्रान्तपाल निर्मल सिंघवी, सुधांशुसिंह थे।

समारोह के पहले दिन कोलकाता की विदुषी संगीता बंधोपाध्याय ने शास्त्रीय संगीत के तहत अपनी प्रस्तुति से श्रोताओं को मंत्रमुग्ध कर दिया। उनके साथ हारमोनियम पर राजेन्द्र प्रसाद बैनर्जी थे वहीं तबले पर उस्ताद अकरम खां ने संगत की। तानपुरे पर डिम्पी सुहालका ने सहयोग दिया।

पंडित रोनू मजूमदार ने जब अपनी बांसुरी की तान छेडी कि सभागार में उपस्थित श्रोताओं का अंतर्मन झंकृत हो उठा। सुरों को बांसुरी की धुन में पिरो कर कार्यक्रम में चार चांद लगा दिए। शुरुआत करते ही उपस्थित लोंगों ने तालियों से उनका स्वागत किया। मैहर घराने के बांसुरी वादक पंडित रोनू मजूमदार ने विभिन्न धुनों से श्रोताओं को भाव विवह्ल कर दिया।

पिछले वर्ष कुम्भा रत्न अवार्ड से सम्मानित उदीयमान कलाकार प्रखर जोजन ने राग यमन में छोटा ख्याल प्रस्तुत किया। उन्होंने कार्यक्रम का आरंभ भगवान गणेश से मंगल करो बुद्धि के दाता प्रार्थना से किया। हारमोनियम पर  जुगल किशोरने सहयोग दिया तो तबले पर कुणाल गंधर्व ने संगत की। प्रखर वर्तमान में मुम्बई में सुरेश वाडेकर से तालीम ले रहे हैं। पामिल मोदी ने उपरणा ओढाकर प्रखर का स्वागत किया।

परिषद के मानद सचिव डॉ. यशवंत कोठारी ने शिल्पग्राम निशुल्क उपलब्ध कराने पर निदेशक फुरकान खान का आभार व्यक्त करते हुए कहा कि परिषद अपने स्तर पर उदीयमान कलाकारों के साथ प्रसिद्ध संगीतकारों को भी हर वर्ष बुलाने का प्रयास करती है। १९६२ से ऐसे कार्यक्रम कर रहे हैं। करीब १५०० से अधिक देश के संगीत जगत के सभी सितारे इस मंच को शोभित कर चुके हैं।

कोठारी ने बताया कि इस वर्ष एमएन माथुर पुरस्कार उस्ताद असगर हुसैन और यशवंत कोठारी चेरिटेबल ट्रस्ट की ओर से पंडित रोनू मजूमदार को प्रदान किया गया।

परिषद के डॉ. प्रेम भंडारी ने बताया कि शनिवार को दिल्ली के उस्ताद असगर हुसैन वायलिन और पंडित राजन-साजन मिश्र शास्त्रीय संगीत की प्रस्तुति देंगे। साथ ही दूसरे चरण में उदीयमान कलाकार कुम्भा रत्न अवार्ड से सम्मानित नीरज मिस्त्री तबला वादन की एकल प्रस्तुति देंगे।

आरम्भ में अतिथियों ने दीप प्रज्वलन किया। अतिथियों का स्वागत डॉ. देवेंद्र हिरण, राकेश झंवर, परवेज जाल आदि ने किया। संचालन डॉ. लोकेश जैन और उर्वशी सिंघवी ने किया।

 


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