उदयपुर विश्व के तीसरे सबसे खूबसूरत शहर झीलों नगरी उदयुपर में बुधवार को गर्ल्स बॉक्सर ने नया कीर्तमान रचा। जनार्दन राय नागर राजस्थान विद्यापीठ विश्वविद्यालय में ऑल इंडिया वेस्ट जोन इंटर यूनिवर्सिटी गर्ल्स बॉक्सिंग टूर्नामेंट में एक दिन में 200 मैच हुए। अखिल भारतीय विश्वविद्यालय संघ (एआईयू) द्वारा किसी भी यूनिवर्सिटी को सौंपी गई मेजबानी यह पहला मौका था जब 103 विश्वविद्यालयों के 1000 गर्ल्स बॉक्सर की उपस्थिति में एक दिन में 200 मैच हुए। विजेंद्र सिंह गुरू और कोच जीएस. संधू बतौर मुख्य अतिथि कुलपति प्रोफेसर एसएस. सारंगदेवोत को इस इतिहासिक उपलब्धि के लिए बधाई दी। प्रो. सारंगदेवोत ने पुष्प भेंट कर संधू का का स्वागत किया। संधू ने कहा कि विश्व का सबसे युवा और अधिक आबादी वाली देश होने के बावजूद भी हम मैडल्स जीतने में पीछे रह जाते हैं। इसकी जिम्मेदार हमारी सरकारों पर निर्भर रहने की मानसिकता है। पंजाब खेलों में राजस्थान से आगे है क्योंकि वहां एनआरआई और समाज के संपन्न लोग भी खेलों के बढ़ावा देने में आर्थिक सहयोग करते हैं। कुलपति प्रो. सारंगदेवोत ने कहा कि बेटी पढ़ाने और बचाने के नारे से नारी सशक्तीकरण नहीं हो सकता है। बेटियों खेलों में भी आगे लाना होगा। बेटी खेलों में आगे बढेंगी तो देश भी आगे बढ़ेगा। खेलों को प्रोत्साहान देने हम मैडल जीत कर विश्व में आगें बढ़ंेगे। देश के स्वास्थ्य को बेहतर बनाने के लिए भी खेलों को प्रोत्सान देना आवश्यक हो गया है। डायबिटीज की भयावहता का निर्मलन खेलों के प्रोत्साहन से ही संभव है। प्रत्येक व्यक्ति को मैदान से जोड़ने की आवश्यकता है। हम टॉप ओलपिंयन देशों में तभी आ सकते हैं जब हमारे खिलाड़ी सिर्फ नौकरी प्राप्त करने के उदेश्य से खेलों से जुड़ने की मानसिकता को त्याग देंगे। आलंपिक में भारत सबसे टॉप पर पहंुच सकता है। इसके लिए हमें सरकारों की ओर देखना बंद करना होगा।
बुधवार को बोक्सिंग प्रतियोगिता का उद्घाटन अन्तर्राष्ट्रीय बाक्सींग कौच व द्रोणाचार्य पुरस्कार से सम्मानित जी.एस. संदू, कुलपति प्रो. एस.एस. सारंगदेवोत, रजिस्ट्रार प्रो. आरपी नारायणीवाल, डॉ. भवानीपाल सिंह, डॉ. दिलीप सिंह चौहान बाक्सर से परिचय प्राप्त कर किया। पहले ही बोक्सिंग प्रतियोगिता में दर्शको को खूब रोमांच देखने को मिला। सुखाडिया विश्वविद्यालय की बाक्सर डिम्पल तंवर को मणीपुर विवि की सोनिया ने हराया वही एमएलएसयू की दूसरी बाक्सर ममता ने आन्ध्रा विवि की गोरी को अपने दमदार पंच से पराजित किया। अन्तर्राष्ट्रीय बाक्सर कौच जीएस संदू ने कहा कि भारत में आम जन की खेलो के प्रति रूचि कम होने के कारण यह अपने मुकाम पर नही पहुंच पाया है इसके लिए राज्य सरकारो को पहल कर हर जिले खेल अकेडमी खोलने की आवश्यकता है। चीन में बचपन से ही किसी खेलो के प्रति रूचि पैदा की जाती है वहा हर व्यक्ति किसी न किसी खेल में पारंगत होता है वहा का हर व्यक्ति सुबह उठते ही खेल गाउण्ड पर पहुंच जाता है कोई बुजूर्ग व्यक्ति होता है तो वह ग्राउण्ड पर गुमता है।
हरियाणा की बेटिया खेल मे आगे:- संदू ने कहा कि आज हरियाणा की बेटिया खेल में आगे है इसका कारण वहा की सरकार द्वारा पहल करना है हरियाणा सरकार खेलो को बढावा देने के लिए कई राशियो की घोषणा एवं सरकार द्वारा नौकरी देने की घोषणा के बाद आज खेलो के प्रति होड मच गई है इसके लिए देश की अन्य सरकारो को भी पहल करनी चाहिए। उन्होने कहा कि देश को खेल प्रधान देश बनाने की आवश्यकता है।
आज विभिन्न वर्ग भार के निर्णय:-
डॉ. भवानीपाल सिंह ने बताया कि 60 किलो वर्ग भार में एचएन विवि ने आरटीएम नागपुर को, वीवीयु विवि ने सीबीएलवी विवि को, जीजेयुवी ने यूकेएल विवि को, पंजाब विवि चण्डीगढ ने एमजीएस विवि बीकानेर को, एनएसयू विवि ने जेयूजी विवि को, मुम्बई विवि ने एसयूपी विवि को, एमडीयू विवि ने पीडीयू विवि को तथा एचपीयू विवि ने जीएनडी विवि को परास्त कर अगले राउण्ड में प्रवेश किया।
64 किलो वर्ग भार में आरआरपी विवि ने वीवीपू विवि को, आरटीएम नागपुर ने एसवीएस विवि को, बीयूीव विवि ने एसयूके विवि को , आईजीयूवी विवि ने जेवीवी विवि को, एचपीयू विवि ने एसपीपी विवि को, सीयूएल विवि ने जेयूजी विवि को, एचएल विवि ने एसएनवी विवि को, एमडीयू विवि ने एपीपी विवि को, बीएआरए विवि ने सीयूवी विवि को, ओपीजेवी विवि ने सीसीएस विवि को परास्त कर अगले राउण्ड में प्रवेश किया।
75 किलो भार वर्ग मे केयूएन विवि ने एमडीयू विवि को, डीएवीयू विवि ने एसएनडीटी विवि को, पीपूपी विवि ने एनपू विवि को हरा कर अगले राउण्ड में प्रवेश किया।
81 किलो भार वर्ग में जीजेयूीव विवि ने एनजीएम विवि को, सीआरएसपू विवि ने बीयू विवि को हरा अगले राउण्ड में प्रवेश किया।
खेल मैदान पर डाक्टर की टीम मुस्तेद:-
बाक्सींग के दौरान आगरा विवि की आशना राणा जाट के दाहिने हाथ में तो वही लखनउ विवि की आंचल साहू के दाये हाथ में लगने से उसका कंधा निकल गया जिससे मौके पर उपस्थित डाक्टरो की टीम जिसमें फिजियोथेरेपिस्ट डॉ. विनोद नायर, डॉ. रितु श्री, होम्योपेथी डाक्टर डॉ. एके गुप्ता, डॉ. अनुप प्रताप सिंह, डॉ. नवीन विश्नोई , डॉ.प्रखर गुप्ता, डॉ. चंचल सोनी की टीम पूरे समय देर रात तक मौके पर रही । खेल मैदान पर एम्बूलेंस की व्यवस्था भी मौके पर की गई।