उदयपुर । नारायण सेवा संस्थान के बडी ग्राम स्थित सेवामहातीर्थ में श्रीराम-कृष्ण अवतार कथा एवं अपनों से अपनी बात व दीनबन्धु वार्ता के दूसरे दिन मंगलवार को संस्थान संस्थापक कैलाश ‘मानव‘ ने कहा कि धर्म में अनन्यता और निष्ठा का बहुत महत्व है। इश्ट और गुरू या धर्म के प्रति अनन्य निष्ठा का तात्पर्य समझने की आवश्यकता है। धर्म का मर्म समझना चाहिए। धार्मिक होने की शर्त यह नही है कि हम दूसरे धर्म की निंदा करें। सनातन धर्म सभी के कल्याण की कामना करता है।
कथा के दौरान ही दिव्यांगजन के साथ विचारों को साझा करते हुए अध्यक्ष प्रशांत अग्रवाल ने कहा कि भक्ति शास्त्र में अनन्यता को अधिक महत्व दिया गया है। विश्व शांति की कामना सिर्फ भारतीय संस्कृति में है। भगवान श्रीराम-कृष्ण की कथा सुनने के दौरान उनके आदर्शवाद को अपने जीवन में उतारना चाहिए। कार्यक्रम का सीधा प्रसारण संस्कार चैनल पर हुआ। संचालन कुंज बिहारी मिश्रा व आदित्य चौबीसा ने किया।
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