उदयपुर| महाराणा प्रताप कृषि एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय के संघटक मात्स्यकी महाविद्यालय, उदयपुर मे हिन्दी दिवस समारोह का आयोजन किया गया। इस अवसर पर हिन्दी दिवस के इतिहास और महत्व पर प्रकाश डालते हुऐ महाविद्यालय के अधिष्ठाता डॉ. सुबोध शर्मा ने बताया कि राजस्थान हिन्दी भाषी प्रदेश है और इसकी राजभाषा भी हिन्दी है। उन्होंने कहा कि हमारे देश मे हिन्दी गंगा- जमनी संस्कृति को समेटे हुऐ एक समृद्ध भाषा है परन्तु आज के प्रतिस्पर्धात्मक युग मे हिन्दी की समृद्धि के लिए इसके अधिकाधिक प्रयोग की आवश्यकता है।
कार्यक्रम ने विद्यार्थियों का मनोबल बढाते हुए डॉ. बी.के. शर्मा, विभागाध्यक्ष जलकृषि विभाग एवं डॉ. एम. एल ओझा, प्रभारी मत्स्य संसाधन विभाग ने भी सारगर्भित सम्बोधित दिया। डॉ. बी.के. शर्मा ने हिंदी के मुहावरों पर आधारित कवीता पाठ किया तथा उन्हें अपने दैनिक जीवन मे हिंदी को अपनी मात्र भाषा के अनुरूप आदर व सम्मान देने और अपनाने की सलाह दी। डॉ. ओझा ने मैथिली शरण गुप्त व रामधारी सिंह दिनकर की कविताओं का सस्वर पाठ कर हिंदी की समृद्धता को रेखांकित किया। इस अवसर पर महाविद्यालय के छात्रसंघ अध्यक्ष अनिल चूर्णिया व नयन, भावेश, बबीता, महेंन्द्र, नरपत, कर्निका, खुश्बू, सुनील इत्यादि ने भी स्वरचित हिंदी कविताऐं पढी एवं अपने विचार प्रकट किऐ। कार्यक्रम का संचालन एवं धन्यवाद वरिष्ठ छात्र कविंद्र ने किया। अधिष्ठाता डॉ. सुबोध शर्मा ने इस अवसर पर महाविद्यालय मे एक हिंदी समूह बनाने की घोषणा भी की।
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