प्रतापगढ/ राजस्थान राज्य विधिक सेवा प्राधिकरण के निर्देशानुसार जिला कारागृह में आज जिला विधिक सेवा प्राधिकरण अध्यक्ष जिला एवं सेषन न्यायाधीष- राजेन्द्र कुमार शर्मा के सानिध्य में विधिक जागरूकता शिविर का आयोजन किया गया।
इस अवसर पर माननीय जिला कलक्टर श्यामसिंह राजपुरोहित ने भी शिरकत की। जिन्होनें भी बंदिजन से वार्ता की एवं उनकी समस्याओं के बारे में जानकारी लेते हुए जेलर पारस जांगीड को निर्देश प्रदान किये।
राजस्थान राज्य विधिक सेवा प्राधिकरण, राज.उच्च न्यायालय के निर्देषानुसार जिला विधिक सेवा प्राधिकरण अध्यक्ष जिला एवं सेषन न्यायाधीष- राजेन्द्र कुमार शर्मा एवं जिला विधिक सेवा प्राधिकरण के सचिव लक्ष्मीकांत वैष्णव ने बन्दियों को उनके अधिकारों से अवगत कराने एवं यह बताने के लिये कि दोषसिद्धी के विरूद्ध उनके द्वारा अपील की जा सकती है, इस संबंध में बंदियो को विधिक जागरूकता संबंधी कानूनी प्रावधानों की जानकारी प्रदान की।
दौराने निरीक्षण जिला न्यायाधीश ने बंदिजनों हेतु फिल्टर्ड पानी की व्यवस्था किये जाने हेतु निर्देश दिये साथ ही बंदिजनों के दातों के रेग्यूलर चेकअप हेतु जानकारी प्राप्त की। जेल स्टॉफ द्वारा बताया गया कि माह में एक बार प्रतापगढ जिला चिकित्सालय से डेंटिस्ट आते हैं और बंदिजनों के दातों का चेकअप किया जाता है। इस पर जिला न्यायाधीश एवं जिला कलक्टर ने बंदिजनों के दातों का पाक्षिक रूप से चेकअप करवाये जाने हेतु निर्देश दिये। जिला कारागृह में एम्बूलेंस की सुविधा भी उपलब्ध है किन्तु जेलर पारस जांगिड ने जाहिर किया कि उक्त एम्बुलेंस छः-सात साल से भी अधिक पुरानी हो चुकी है और चालक उपलब्ध नहीं होने से सिपाही ही एम्बुलेंस का संचालन करते हैं। बंदिजनों के पढने हेतु कारागृह में कुल १९ समाचार पत्र-पत्रिकाएं आते हैं। बंदिजनों हेतु प्रत्येक बैरक में एक अखबार उपलब्ध होता है। जिला न्यायाधीश ने जेल स्टाफ को निर्देश दिये कि प्रत्येक बैरक में ०४ अखबार एवं पत्रिकाएं उपलब्ध करवाई जावें। जिनमें बंदिजनों की मांग के अनुरूप इण्डिया टूडे, अखण्ड ज्योति, कल्याण गीता प्रेस गोरखपुर, निरोगधाम, कहानियों की किताबें, बालहंस, सुमन सौरभ, नंदन एवं चंपक आदि सम्मिलित किये जाने हेतु निर्देश दिये। जेलर जांगिड द्वारा बताया गया कि
कारागृह में बंदिजनों हेतु दस हजार किताबें आ चुकी है। जो बंदिजनों को वितरित की जायेगी। जिनमें महापुरूषों की जीवनियां एवं प्रेरणास्पद किताबें भी शामिल है। जिला न्यायाधीश ने बंदिजनों को प्राणायाम करने हेतु भी प्रेरित किया। बंदिजनों ने जाहिर किया कि उनके उपयोग हेतु टूथपेस्ट, हेयर आईल, साबून आदि बुनियादी सुविधाएं उपलब्ध नहीं कराई जा रही है। इस हेतु भी जिला न्यायाधीश, जिला कलक्टर एवं प्राधिकरण सचिव द्वारा जेल स्टाफ को आवश्यक सुविधाएं उपलब्ध करवाने हेतु निर्देश दिये। बंदिजनों ने जाहिर किया कि कोर्ट के लॉकअप रूम का बाथरूम भी ठीक अवस्था में नहीं है, जिसे ठीक करवाने हेतु भी जिला जज ने तुरंत पीडब्ल्यू डी से कार्यवाही करवाने के निर्देश दिये।
जिला जेल में पुस्तकालय का उद्घाटन भी किया गया
इसी अवसर पर जिला कारागृह में बंदिजनों हेतु पुस्तकालय का उद्घाटन भी जिला जज साहब के कर कमलों से किया गया एवं मौके पर ही बंदिजनों को महापुरूषों के सत्साहित्य एवं उनकी जीवनी संबंधि किताबें एवं महाराणा प्रताप की जीवनी से संबंधि पुस्तकों का वितरण किया गया।
पुलवामा के आतंकी हमलों के संबंध में बंदीजनों ने जिला कलक्टर को सौंपा ज्ञापन -
हाल ही में पुलवामा में हुए हमलों में शहीद हुए वीर जवानों के प्रति श्रद्धांजली अर्पित करते हुए जिला कारागृह के बंदीजनों ने उपस्थित जिला कलक्टर को भारत के प्रधानमंत्री के नाम ज्ञापन सौंप कर आतंकियों के विरूद्ध कडी कार्यवाही एवं कठोर कदम उठाने के संबंध में ज्ञापन सौंपा। इस अवसर पर बंदीजनों ने ’’ऐ पाक बंद कर अपनी कारस्तानी.....‘‘ ’’अब तुम्हारे हवाले वतन साथियों‘‘ ’’वन्देमातरम‘‘ जैसे शीर्षकों पर देशभक्ति से अ्रोतप्रोत कविताओं का पाठन भी किया। इस पर जिला जज, कलक्टर एवं प्राधिकरण सचिव ने बंदीजनों की सराहना की।