उदयपुर। पेसिफिक इंस्टिट्यूट ऑफ मेडिकल साइंसेज (पिम्स), उमरड़ा द्वारा'सर्जिकल एक्सीलेंस एवं एजुकेशनल कॉन्फ्रेंस 2025' का आयोजन किया गया।
कॉन्फ्रेंस का उदघाट्न करते हुए पिम्स चैयरपर्सन आशीष अग्रवाल ने कहा कि इस सम्मेलन का मुख्य उद्देश्य यह है कि सभी मेडिकल ग्रेजुएट्स को बेसिक स्यूटरिंग का ज्ञान होना चाहिए, और इसी उद्देश्य की पूर्ति के लिए सम्मेलन में आयोजित वर्कशॉप के माध्यम से पोस्ट ग्रेजुएट छात्रों को स्यूचरिंग की बुनियादी तकनीकों का प्रशिक्षण दिया गया।
आयोजन अध्यक्ष प्रोफेसर पिम्स जनरल सर्जरी विभाग के विभागाध्यक्ष डॉ. प्रेम प्रकाश शर्मा, आयोजन सचिव जनरल सर्जरी विभाग के सहायक प्रोफेसर डॉ. अली अब्बास साबुनवाला ने स्वागत करते हुए इस क्रॉन्फ्रेंस के बारे में विस्तार से प्रकाश डाला।
इसमें चेयरपर्सन आशीष अग्रवाल, पिम्स के प्राचार्य एवं कंट्रोलर डॉ. सुरेश चंद्र गोयल और साई तिरुपति यूनिवर्सिटी के अध्यक्ष डॉ. प्रशांत नाहर ने सभी को संबोधित किया और सर्जिकल टांकों की आधुनिक तकनीकी पर प्रकाश डाला।
बेसिक स्यूटरिंग स्किल्स थीम पर हुई क्रॉन्फ्रेंस में सर्जिकल टांकों की मूलभूत जानकारी से लेकर आधुनिक तकनीकों तक पर उदयपुर के विभिन्न मेडिकल कॉलेजों के वरिष्ठ फैकल्टी सदस्यों ने व्याख्यान देते हुए कई उदाहरण दिए। प्रतिभागियों को विभिन्न प्रकार की स्यूचर तकनीकें और गांठें लगाना सिखाया गया।
सम्मेलन में शैक्षणिक गतिविधियों के अंतर्गत पोस्ट ग्रेजुएट पोस्टर प्रेजेंटेशन प्रतियोगिता और पोस्ट ग्रेजुएट क्विज प्रतियोगिता का आयोजन भी हुआ, जिसमें विद्यार्थियों ने उत्साहपूर्वक भाग लिया। इसमें 6 मेडिकल कॉलेजों से 350 से अधिक अंडरग्रेजुएट, पोस्टग्रेजुएट एवं सर्जनों ने सीएमई एवं वर्कशॉप के लिए पंजीकरण किया।
सम्मेलन के समापन पर आयोजकों ने बताया कि भविष्य में भी पिम्स के बैनर तले ऐसे ही और शैक्षणिक सम्मेलनों का आयोजन किया जाएगा, जिससे सर्जरी में निरंतर उत्कृष्टता बनी रहे। इसका उद्देश्य वर्तमान पीढ़ी के सर्जनों को अपडेट रखना तथा आने वाली नई पीढ़ी को आधुनिक चिकित्सा शिक्षा से प्रशिक्षित करना रहेगा।