प्रतिष्ठित पेसिफिक विश्वविद्यालय में विद्यार्थियों के अकादमिक प्रदर्शन की सराहना में दीक्षांत समारोह का आयोजन 4 फरवरी को किया जावेगा। पेसिफिक के प्रेसिडेंट प्रो. के.के. दवे ने बताया कि वर्ष 2023 में स्नातक, स्नातकोत्तर, डिप्लोमा तथा पीएचडी की उपाधि अर्जित करने वाले 952 विद्यार्थियों को इस दीक्षांत समारोह में डिग्री वितरित की जाएगी। समारोह का भव्य आयोजन पेसिफिक विश्वविद्यालय के प्रांगण में होगा।
प्रेसिडेंट के.के. दवे ने विश्वविद्यालय द्वारा वर्ष पर्यंत किए गए विविध राष्ट्रीय तथा अंतरराष्ट्रीय एमओयू, स्किल डेवलपमेंट एवं उद्यमिता विकास के लिए किए जा रहे प्रयासों तथा अकादमी उन्नयन के लिए नेशनल एजुकेशन पॉलिसी के क्रियान्वयन से संबंधित विस्तृत जानकारी दी जाएगी।
कॉन्वोकेशन समारोह भव्य परेड के साथ प्रारंभ होगा जिसमें चेयरपर्सन राहुल अग्रवाल, बोर्ड ऑफ मैनेजमेंट के सभी सदस्य, वाइस चांसलर के.के. दवे, मुख्य अतिथि चेयरमेन युनेस्कों एम.जी.आई.ई.पी. प्रो. बी.पी. शर्मा, गेस्ट ऑफ ऑनर सीक्योर मीटर के चेयरमेन संजय सिंघल और एकेडमिक काउंसिल के सदस्य हिस्सा लेंगे।
रजिस्ट्रार शरद कोठारी के अनुसार स्नातक स्तर पर उत्तीर्ण रहे 448 विद्यार्थियों, 155 स्नातकोत्तर विद्यार्थियों, 269 डिप्लोमा विद्यार्थियों एवं 80 पीएच.डी. शोधार्थियों को इस सत्र में डिग्री प्रदान की जावेगी। इंजीनियरिंग, मैनेजमेंट, कॉमर्स, फार्मेसी, कंप्यूटर एप्लीकेशन, डेंटल, एजुकेशन, होटल मैनेजमेंट, फायर एंड सेफ्टी मैनेजमेंट, साइंस, सोशल साइंस एंड ह्यूमैनिटीज, योगा, एग्रीकल्चर, डेयरी एंड फूड टेक्नोलॉजी, फिजिकल एजुकेशन और विधि संकाय में प्रथम तथा द्वितीय स्थान अर्जित करने वाले विद्यार्थियों को गोल्ड मेडल तथा सिल्वर मेडल से सम्मानित किये जाऐगे।
समारोह को लेकर विद्यार्थियों में भारी उत्साह देखने को मिल रहा है। समारोह में विद्यार्थियों के साथ उनके अभिभावक भी उपस्थित रहेंगें। कॉन्वोकेशन समारोह के माध्यम से छात्रों को सशक्त और संवेदनशील नागरिक के रूप में समाज की सेवा करने की प्रेरणा मिलेगी। कार्यक्रम का संपूर्ण आयोजन इस प्रकार से किया जाएगा की विद्यार्थी अपने अर्जित ज्ञान, कौशल और मूल्यों का उपयोग करके समाज में सकारात्मक प्रभाव डालने को प्रेरित हो। कॉन्वोकेशन समारोह में संस्कृति, आदर्श और नैतिकता के महत्व पर भी जोर दिया जाएगा। छात्रों को समाज में न्याय, समानता और गौरव के महत्व के प्रति जागरूक करने का यह यत्न है।