राज्यसभा में सरकार को विपक्ष के साथ मिलकर काम करने की नसीहत देते हुए नेता प्रतिपक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने आरोप लगाया कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में देश का संघीय ढांचा दिनों–दिन कमजोर होता जा रहा है। नए संसद भवन में राज्यसभा की पहली बैठक को संबोधित करते हुए खड़गे ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी कांग्रेस की पिछली सरकारों को श्रेय नहीं देते। उन्होंने कहा कि महिला आरक्षण विधेयक २०१० में ही पारित हो गया था लेकिन उसमें बाधा आ गई और वहीं रुक गया। उन्होंने मणिपुर हिंसा के मामले में प्रधानमंत्री मोदी द्वारा उच्च सदन में कोई बयान नहीं देने को लेकर उन पर निशाना साधा। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री इतने मजबूत हैं कि एक–एक घंटा‚ दो–दो घंटा‚ तीन–तीन घंटा बोलेंगे और हर दिन बोलेंगे लेकिन मणिपुर पर नहीं बोलेंगे। इस पर सभापति जगदीप धनखड़़ ने कहा कि उन्होंने सदन में मणिपुर मुद्दे पर चर्चा के लिए कई बार प्रयास किया और सदस्यों को मौके दिए गए लेकिन सदस्यों ने दिए गए मौकों का उपयोग नहीं किया। खड़गे ने कहा कि भाजपा नीत सरकार सिर्फ लोकतंत्र की बात करती है लेकिन कई राज्यों में लोकतांत्रिक तरीके से चुनी गई सरकारों को उसने गिरा दिया। उन्होंने कहा कि राज्यों को जीएसटी राशि समय से नहीं मिल रही है। उन्होंने कहा कि कुछ राज्यों को जीएसटी‚ मनरेगा‚ कृषि‚ सिचाई सहित विभिन्न कार्यक्रमों की अनुदान राशि समय से नहीं मिलती है। उन्होंने सरकार की नीयत पर सवाल उठाते हुए कहा कि क्या इससे ऐसे राज्य कमजोर नहीं होंगे।