प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अर्थव्यवस्था से जुड़े पहलुओं से निपटने को लेकर सरकार के आलोचकों पर तंज करते हुए शुावार को कहा कि उनकी सरकार को औसत प्रतिभा वाले लोगों से भरा बताकर मजाक उड़ाया जाता था लेकिन जिस भारत को सामान्य समझा गया, वह अब दुनिया में चमक रहा है। राजधानी स्थित तालकटोरा स्टेडियम में परीक्षा पे चर्चा वार्षिक संवाद के छठे संस्करण के दौरान छात्रों से संवाद में मोदी ने कहा कि उनका यह दृढ़ विश्वास है कि समृद्ध लोकतंत्र के लिये आलोचना एक शुद्धि यज्ञ है, मजबूत लोकतंत्र के लिये आलोचना पूर्व शर्त है। उन्होंने कहा कि लेकिन आलोचना और आरोप के बीच काफी बड़ा अंतर है। एक छात्र के प्रश्न के उत्तर में प्रधानमंत्री ने कहा, आपने दो-तीन वर्ष पहले देखा होगा कि हमारी सरकार के बारे में लिखा गया कि इसमें कोईं अर्थशास्त्री नहीं है। यह औसत लोगों से भरी हुईं है।