भीलवाड़ा। राज्य सरकार ने शनिवार को भीलवाड़ा जिला कलेक्टर एवम स्वास्थ्य विभाग अधिकारियों को बृजेश बागंड अस्पताल प्रबंधक द्वारा कोरोन वायरल पीडित डाक्टरों की सूचना छुपाने तथा कोरोना संक्रमणी डाक्टरों द्वारा लगातार मरीजों का ईलाज करते रहने को आवश्यक मेडिकल सेवा में गम्भीर लापरवाही बरतने को गंम्भीर गलती मान,इसके खिलाफ शीध्र नियमानुसार कार्यवाही करने के सभी अधिकार प्रदान कर दिये हैं।मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने खुद इस बाबत भीलवाड़ा प्रशासन एवम पार्टीजन प्रतिनिधीयों से पूरी जानकारी पूरी ली थी। सरकार के आला अफसरों के भरोसेमंद सूत्रों के मुताबिक ,उसके बाद मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने शनिवार रात उच्च प्रशासनिक अधिकारी के साथ की बैठ मे प्रदेश में 31मार्च तक "लाँक डाउन"ओर भीलवाड़ा मे बढ रहे कोरोन वायरल के दुष्प्रभाव को रोकने के लिए वहाँ क्या क्या शीध्र कवायद की जानी चाहिए?इसकी चिकित्सा प्रशासन से विचार विमर्श करने के साथ ही, भीलवाड़ा बृजेश बागंड अस्पताल प्रबंधक द्वारा कोरोना संक्रमण चपटे मे आये डाक्टरों की जानकारी समय रहते प्रशासन तथा स्वास्थ्य विभाग को नहीं दे, उनसे मरीजों का बेखौफ ईलाज करवाते रहने का दोषी मान,प्रबंधक तथा डाक्टरों के खिलाफ नियमानुसार शीध्र कार्यवाही के निर्देश भीलवाड़ा कलेक्टर राजेन्द्र भट्ट को प्रदान कर दिये थे।आज रविवार दोपहर मुख्यमंत्री गहलौत तथा मुख्य सचिव ने करिब ढाई घंटे लम्बी बैठक कर , वी.सी द्वारा प्रदेश के सभी जिलो के ताजा हालत की जानकारी ली है।उसमे भीलवाड़ा कलेक्टर एवम स्वास्थ्य विभाग अधिकारीयो से अब तक वहाँ क्या कार्यवाही की जा चुकी हैं?इसकी जानकारी प्राप्त की है।