महाराणा प्रताप कृषि एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय के अनुसंधान निदेशालय अंतर्गत अखिल भारतीय समन्वित कृषिरत महिला अनुसंधान परियोजना द्वारा झाडोल-फलासिया के सिंगरी, दोब, ओड़ा, रोहिमाला, बिरोठी, बांछीवाड़ा, सोमावाडा व कोल्यारी गांव की महिलाओं को अनुसूचित जाति उप परियोजना अंतर्गत विभिन्न प्रकार के कृषि सम्बधित उपकरणों का वितरण किया गया | इस महत्ती परियोजना में लगभग 700 उपकरणों को इस क्षेत्र की महिलाओं को दिया जाना है परियोजना के अंतर्गत पहले भी विभिन्न प्रकार के कृषि उपकरणों को वितरित किया गया था जिसमें 12 उपकरण जैसे मिल्क कैन, सिलाई मशीन, अजोला बेड, मेटल बकेट, खुरपी, दरांती, गार्डन रेक और स्प्रेयर आदि थे। कार्यक्रम में डॉ विशाखा बंसल, इकाई समन्वयक ने कृषि सम्बधित उपकरणों के रख रखाव व उपयोग के बारे में महिलाओं को विस्तृत जानकारी दी एवं विभिन्न प्रकार के कृषि उपकरणों को अनुसूचित जाति की 200 महिलाओं को वितरित किया गया | जिसमें 5 उपकरण जैसे सिंचाई के लिए पाइप, वर्मी बेड, ग्रीन नेट, जारे (पानी के) और बाल्टी आदि थे। डॉ. बंसल ने परियोजना की जानकारी देते हुए बताया कि यह उपकरण महिलाओं की खेती में श्रम को कम करेंगे व समय को भी बचाएंगे| साथ ही गांव तुरगढ़ व थारीबेरी में एक-एक कस्टम हायरिंग केंद्र स्थापित किया जायेगा जिसमें विभिन्न कृषि संबंधित उपकरणों को केंद्र पर स्थापित किया जाएगा जहां पर गांव के किसान एवं महिला जरूरत के हिसाब से कृषि उपकरणों को बहुत ही मामूली किराए पर लेकर जाएंगे एवं उसका उपयोग कर वापस देकर जाएंगे | इस योजना की जानकारी प्राप्त कर सभी महिलाएं खुश हुई | कार्यक्रम में डॉ. कुसुम शर्मा, यंग प्रोफेशनल का सहयोग रहा एवं गांव के ही विभिन्न काश्तकार हीरालाल पटेल एवं नानालाल पटेल का विशेष सहयोग रहा | आज के कार्यक्रम में लगभग 250 महिलाओं ने भाग लिया |