उदयपुर। मोहनलाल सुखाड़िया विश्वविद्यालय में सोमवार को एसएफएबी कर्मचारी संगठन से जुड़े पदाधिकारियों ने राज्यपाल हरिभाऊ बागडे को ज्ञापन सौंपकर अपनी समस्याओं और पीड़ा से अवगत कराया। प्रशासनिक सतर्कता और पुलिस निगरानी के बीच यह ज्ञापन राज्यपाल के गेस्ट हाउस से रवाना होने से ठीक पहले सौंपा गया।
एसएफएबी कर्मचारी संगठन (भामस) के अध्यक्ष नारायणलाल सालवी और उनके साथ महिला कर्मचारी बेबी गमेती व किरण तंवर, जिन्होंने विश्वविद्यालय के कुछ अधिकारियों के विरुद्ध पूर्व में प्रतापनगर थाने में प्रताड़ना संबंधी परिवाद प्रस्तुत किया था, राज्यपाल महोदय से मिलने के लिए पहुंचे थे। राज्यपाल ने उन्हें सहज रूप से सुना और उनकी ओर से सौंपा गया ज्ञापन स्वीकार किया।
राज्यपाल के सुखाड़िया विश्वविद्यालय आगमन पर दो कार्यक्रम निर्धारित थे — एक आर्ट्स कॉलेज में भवन का उद्घाटन और दूसरा गेस्ट हाउस में व्याख्यानमाला का। सुबह जब कर्मचारी संगठन के अध्यक्ष नारायण सालवी कॉलेज परिसर में पहुँचे, तो उन्हें विश्वविद्यालय प्रशासन की ओर से सुरक्षा कारणों से पुस्तकालय एवं सूचना विज्ञान विभाग के गलियारे तक सीमित कर दिया गया। इस दौरान सिविल ड्रेस में पुलिसकर्मी भी तैनात रहे, ताकि किसी प्रकार की अव्यवस्था न हो।
राज्यपाल द्वारा कला संकाय के नए भवन का लोकार्पण करने के बाद जैसे ही वे गेस्ट हाउस के लिए रवाना हुए, संगठन के प्रतिनिधि भी वहाँ पहुँचे। उन्हें सुरक्षा अधिकारियों द्वारा प्रवेश की अनुमति नहीं दी गई, जिसके बाद उन्होंने परिसर में ही राज्यपाल से मिलने की प्रतीक्षा की।
दोपहर 12 से शाम 4 बजे तक, तीनों प्रतिनिधि गेस्ट हाउस के बाहर राज्यपाल के आगमन की प्रतीक्षा करते रहे। जब राज्यपाल महोदय बाहर आए, तब उन्हें संगठन की ओर से ज्ञापन सौंपा गया, जिसे उन्होंने स्वीकार करते हुए प्रतिनिधियों की बात भी ध्यानपूर्वक सुनी।
ज्ञापन में विश्वविद्यालय में कार्यरत कुछ कर्मचारियों द्वारा अनुभव की जा रही कार्यस्थल की चुनौतियों व व्यवहारगत मुद्दों को उजागर किया गया है। इसमें कुलपति पद का सीधा नाम लिए बिना, विश्वविद्यालय प्रशासन से अनुरोध किया गया कि वह संवेदनशीलता के साथ कर्मचारियों की समस्याओं पर विचार करें।