मोहनलाल सुखाड़िया विश्वविद्यालय में पर्यावरण सुरक्षा हेतु यूनिवर्सिटी कैंपस में इलेक्ट्रिक रिक्शे चालू किए लाखों रुपए लगा कर आज यह स्थिति हे सभी रिक्शे विश्विद्यालय सभागार के पीछे कचरे में पड़े हे। इसका जिम्मेदार कौन हे। सरकारी पेशों का यह दुरुपयोग है। फोटोग्राफी करके सरकार को भेजकर नाम कमा लिया हमारा परिसर प्रदूषण मुक्त हे। ओर आज वापिस स्थिति जस की तस है। सरकार के पेसो का इस तरह दुरुपयोग न किया जाए इन रिक्शों को पुनः विश्विद्यालय परिसर में चालू किए जाए। ओर परिसर को स्वच्छ और धुआं युक्त किया जाए। जिन्होंने इन रिक्शों को इस स्थिति में पहुंचाया हे उन पर उचित कारवाही की जाए ओर सरकारी पेसो का दुरुपयोग रोका जाए।