कोटा। ईद-उल-अजहा (बकरीद) का त्योहार शहर में परंपरागत उल्लास के साथ मनाया गया। मुख्य नमाज़ किशोरपुरा ईदगाह पर अदा की गई, जहाँ सुबह 8 बजे हजारों मुस्लिम समाज के लोगों ने नमाज़ अदा करने पहुंचे ।
नमाज़ से पहले शहर क़ाज़ी जुबैर अहमद साहब ने तकरीर पेश की, जिसमें उन्होंने क़ुर्बानी के महत्व और इस्लामिक मूल्यों पर रोशनी डाली। तकरीर के पश्चात उन्होंने नमाज़ अदा करवाई। नमाज़ के बाद देश में अमन-चैन, भाईचारे और सलामती के लिए विशेष दुआ की गई।
इस अवसर पर जिला कलेक्टर रविन्द्र गोस्वामी और सिटी एसपी अमृता दुहन ने किशोरपुरा चौकी पहुँचकर शहर क़ाज़ी और मुस्लिम समाज के लोगों को ईद की मुबारकबाद दी।
शहर क़ाज़ी साहब ने कोटा में लगातार बढ़ रही कोचिंग छात्रों की आत्महत्या की घटनाओं पर चिंता व्यक्त की और विद्यार्थियों के मानसिक स्वास्थ्य, हौसले और भविष्य की बेहतरी के लिए भी विशेष दुआ मांगी। इसके अलावा, पूरी दुनिया में अमन और शांति की कामना भी की गई।
त्योहार के दौरान शांति और सौहार्द का माहौल बना रहा। प्रशासन की ओर से सुरक्षा के कड़े इंतज़ाम किए गए थे।
ईद उल अजहा की नमाज महिलाओं ने घरों पर पड़ी
पार्षद सलीना शेरी ने जानकारी देते हुए बताया कि महिलाओं ने घरों में ईद-उल-अजहा की नमाज़ अदा कर एक-दूसरे को ईद की मुबारकबाद दी। साथ ही मुल्क में अम्न-ओ-सुकून, भाईचारे के लिए ख़ास दुआ की गई।