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जिला कलक्टर की संवेदनशीलता से गाड़िया लुहार परिवार की पीड़ा हुई दूर

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02 Nov 19
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जिला कलक्टर की संवेदनशीलता से गाड़िया लुहार परिवार की पीड़ा हुई दूर

कोटा (डॉ. प्रभात कुमार सिंघल)। राजीव गांधी सेवा केन्द्र परिसर कसार के एक कोने में परिवार के सदस्यों के साथ बैठे गाड़िया लुहार अमरलाल को शुक्रवार को 6 माह से चली आ रही समस्या से निजात मिली, जब जिला कलक्टर ओम कसेरा ने स्वयं उनके पास पहुंचकर न केवल दुःख जाना बल्कि समस्या का एक दिवस में निराकरण कर संवेदनशीलता दिखाई। 
अज्ञानता एवं अनपढ होने की वजह से गाडिया लुहार अमर लाल जवान बेटे की आकस्मिक दुर्घटना में मृत्यु जाने पर परिवार पर आये आर्थिक संकट से उभरने के लिए दर-दर की ठोकरें खाता रहा। हर बार की तरह शुक्रवार को भी अमर लाल पंचायत भवन कसार में परिवार के साथ इस आशा के साथ जा पहंुचा कि हो सकता है कहीं से कोई मदद मिल जाये। एक तरफ 6 माह पूर्व बेटे महेन्द्र की मृत्यु हो जाने और दूसरी तरफ परिवार पर आये आर्थिक संकट से जूझ रहा अमर लाल परिवार सहित पंचायत समिति में एक कौने में बैठे थे। उन्होंने सोचा भी नहीं था कि अचानक कोई आयेगा और उनकी समस्याओं का निराकरण करेगा। 
हुआ यूं कि जिला कलक्टर कसार के राजीवगांधी सेवा केन्द्र परिसर में विकास कार्यो का निरीक्षण कर रहे थे, अचानक उनकी निगाह एक तरफ बैठे अमरलाल के परिवार पर पडी और उन्होंने संवेदनशीलता दिखाते हुए गाडी रोककर उनसे बात की और समस्या को पूरी तरह से जाना। जिला कलक्टर ने मौके पर ही तहसीलदार एवं पटवारी से कहा कि 6 माह पूर्व बेटे की मृत्यु होने के बाद भी सहायता नहीं मिलना दुःखद है। उन्होंने निर्देश दिये कि आज ही सब काम छोडकर सहायता राशि जारी की जाये। जिला कलक्टर के निर्देश पर तहसीलदार लाडपुरा गजेन्द्रसिंह द्वारा त्वरित कार्यवाही करते हुए अमरलाल को मुख्यमंत्री सहयता कोष से 1 लाख रूपये की सहायता का प्रस्ताव तैयार किया। सहायता राशि का चैक पाकर अमर लाल की आंखें भर आई और कहने लगा कि अनेक चक्कर लगाने के बाद मदद की आस छोड चुका था परन्तु भला हो जिला कलक्टर का जिन्होंने हमें संभाला और सहायता उपलब्ध कराई। 


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