बूंदी । अन्तर्राष्ट्रीय जैव विविधता दिवस के अवसर पर बुधवार को सथूर में नदी के बालाजी स्थान पर वन विभाग एवं राज्य विधिक सेवा प्राधिकरण के संयुक्त तत्वाधान में संगोष्ठी का आयोजन किया गया। इसमें स्थानीय ग्रामीणों एवं वन विभाग के कार्मिकों ने भाग लिया। कार्यक्रम की अध्यक्षता कर रहे जिला विधिक सेवा प्राधिकरण के सचिव विनोद कुमार वाजा ने अध्यक्षीय संबोधन में पृथ्वी की जैव विविधता एवं उसकी आवश्यकता पर प्रकाश डाला।
सहायक वन संरक्षक सतीश कुमार जैन ने जलवायु परिवर्तन तथा मानवीय दबाव के कारण लुप्त हो रही जैव विविधता के दुष्परिणामों की जानकारी दी। उन्होंने कहा कि प्रकृति में प्रत्येक जीव-जन्तु एवं वनस्पति का महत्व है, खाद्य श्रृखंला में प्रत्येक प्राणी का अपनी भूमिका है। जैव विविधता के लुप्त होने पर प्रकृति असंतुलित हो जाती है।