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ब्लॉक स्तरीय एक दिवसीय तिलहन कार्यशाला सम्पन्न

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04 Nov 25
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ब्लॉक स्तरीय एक दिवसीय तिलहन कार्यशाला सम्पन्न

जैसलमेर। कृषि विभाग जैसलमेर के तत्वावधान में आज सोमवार को आत्मा सभागार भवन में पंचायत समिति जैसलमेर की ब्लॉक स्तरीय ऐक दिवसीय तिलहन कार्यशाला का सफल आयोजन किया गया।

           कार्यशाला में संयुक्त निदेशक कृषि विस्तार डॉ. जे. आर. भाखर ने बताया कि दलहन एवं तिलहन उत्पादन बढ़ाने के लिए संतुलित उर्वरक उपयोग, समय पर बुवाई, जैविक तरीकों को अपनाना और समुचित सिंचाई प्रबंधन अत्यंत आवश्यक है। उन्होंने बताया कि तिलहनी फसलों में डीएपी कि जगह सिंगल सुपर फॉस्फेट एंव एनपीके उर्वरक उपयोग करने कि सलाह दी। इसके अलावा उन्होंने बताया कि तिलहनी व दलहनी फसलों के लिए डीएपी में उपलब्ध नत्रजन व फास्फोरस के वैकल्पिक उर्वरक एसएसपी (सिंगल सुपर फास्फेट 16 प्रतिशत फास्फोरस) का यूरिया के साथ संयोजन किए जाने से फसलों को आवश्यक तत्व सुगमता से उपलब्ध होने के साथ आवश्यक अन्य तत्वों सल्फर व कैल्सियम की पूर्ति भी हो सकेगी।

           इस अवसर पर सहायक निदेशक कृषि महावीर छींपा ने किसानों को तिलहन फसलों सरसों, मूंगफली, तिल, आदि की उन्नत किस्मों, कृषि विभाग की विभिन्न योजनाओं, रासायनिक उर्वरको का मृदा स्वास्थय कार्ड के अनुसार उपयोग, भूमि में जैविक कार्बन की मात्रा बढाने के लिए गोबर की खाद का उपयोग करना चाहिए। कीट वैज्ञानिक डॉ. सुगन चन्द मीणा ने बीजो उपचार, भूमि उपचार, कृषि उत्पादन की नवीन तकनीक, कीटो की पहचान एवं उनके नियन्त्रण संबंधी, एवं रोग प्रबंधन, तथा जलवायु अनुकूल खेती की जानकारी दी। डॉ. अनिल पाटीदार द्वारा रबी सीजन में विभिन्न फसलों की बुवाई का समय, बीजो की उन्नत किस्मों की जानकारी दी ।

         इस कार्यशाला में सहायक कृषि अनुसंधान अधिकारी सुमन मीणा द्वारा मिटटी पानी जॉच एवं मृदा स्वास्थ्य कार्ड के उपयोग के बारे में बताया। सहायक निदेशक कृषि प्रदीप चौधरी ने बताया कि तिलहन उत्पादन बढ़ाने के लिए संतुलित उर्वरक उपयोग, समय पर बुवाई, जैविक तरीकों को अपनाना और समुचित सिंचाई प्रबंधन अत्यंत आवश्यक है। इस मौके पर किसानों को विभिन्न विभागीय योजनाओं, अनुदान एवं तकनीकी सहायता की विस्तृत जानकारी प्रदान की गई। उपस्थित किसानों ने कृषि विशेषज्ञों से अपने खेतों से संबंधित समस्याओं पर चर्चा की एवं समाधान प्राप्त किए। कार्यषाला में उपस्थित सभी कृषकों को “धरती माता बचाओं अभियान” के अन्तर्गत रासायनिक उर्वरको का कम प्रयोग एवं भूमि में कार्बनिक तथा जैविक खाद का उपयोग की शपथ दिलवाई गई। इसके अलावा कार्यक्रम में कृषि अधिकारी संजय बिश्नोई,    सहायक कृषि अधिकारी जैसलमेर विकास कुमार सांखला एंव अन्य विभागीय अधिकारी/कर्मचारी उपस्थित रहे। कार्यशाला में पंचायत समिति जैसलमेर क्षेत्र के किसानों ने भाग लिया।


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