जैसलमेर /जिला कलक्टर डॉ प्रतिभा सिंह ने चिकित्सा अधिकारियों को स्वास्थ्य सूचकांको में सुधार कर जिले को अग्रणीय जिलों में लाने के लिए विशेष प्रयास करने के निर्देष प्रदान किये। उन्होने विभागीय अधिकारियों को जिले में स्वास्थ्य विभाग की समस्त फ्लैगशिप योजनाओं व कार्यक्रमों का जिम्मेदारी व संवेदनशीलता से प्रभावी क्रियान्वयन करने के निर्देष दिए।
उन्होंने महत्वपूर्ण योजनाओं मुख्यमंत्री चिरंजीवी स्वास्थ्य बीमा योजना, मुख्यमंत्री निःषुल्क दवा योजना, मुख्यमंत्री निःषुल्क जॉच योजना, जननी सुरक्षा योजना का बेहतरीन ढंग से संचालन कर इसकी प्रभावी मॉनिटरिंग करने के निर्देष दिए। उन्होंने चिकित्सा अधिकारियों को चिकित्सा संस्थान पर पर्याप्त मात्रा में निःशुल्क दवाओं की उपलब्धता सुनिश्चित कर मरीजों को निःशुल्क दवा प्रदान कर लाभान्वित करने तथा ई औषधि सॉफ्टवेयर में बकाया ओपीडी दवा पर्चियों का शत-प्रतिशत इन्द्राज सुनिश्चित करने के निर्देश दिए। मुख्यमंत्री निःशुल्क जांच योजना अन्तर्गत चिकित्सा संस्थान के ओपीडी व आईपीडी मरीजों को समय पर जांच सुविधा प्रदान कर लाभान्वित करने के निर्देश दिए। उन्होंने मुख्यमंत्री निरोगी राजस्थान योजना अन्तर्गत सभी चिकित्सा संस्थानों में आईपीडी व ओपीडी में मिल रहे निःशुल्क ईलाज, रजिस्ट्रेशन से लेकर महंगी जांचे तक निःशुल्क उपलब्ध करवाने के निर्देश दिए। चिकित्सा अधिकारी अपने चिकित्सा संस्थान में मुख्यमंत्री निरोगी राजस्थान योजना का फ्लेक्स आवश्यक रूप से प्रदर्शित करवाना सुनिश्चित करे। उन्होने मुख्यमंत्री चिरंजीवी स्वास्थ्य बीमा योजना अन्तर्गत वंचित परिवारों का शत-प्रतिशत पंजीकरण करवाने के निर्देश दिए।
जिला कलक्टर डॉ. सिंह ने माह अप्रैल की विभागीय योजनाओं की प्रगति रिपोर्ट की समीक्षा कर आवश्यक दिशा-निर्देश दिए। उन्होंने चिकित्सा अधिकारियों को मातृ व षिषु मृत्यु की रिपोर्ट तथा समस्त विभागीय योजनाओं और कार्यक्रमों की रिपोर्ट जिला स्तर पर समय पर प्रेषित करने के निर्देष दिए।
उन्होने मुख्यमंत्री राजश्री योजना एवं जननी सुरक्षा योजना के अन्तर्गत लाभान्वित समस्त लाभार्थियों को प्रोत्साहन राषि का समय पर भुगतान करने के निर्देष दिए एवं कहा कि जो बकाया भुगतान रहा है उनको शीघ्र अनिवार्य रूप से भुगतान करवाकर शून्य की स्थिति में लावें।
जिला कलक्टर डॉ. सिंह ने फील्ड स्टॉफ, एएनएम व आषा सहयोगिनी के माध्यम से नीति आयोग के स्वास्थ्य सूचकांकों मंे आषानुरूप उपलब्धि अर्जित करने पर विषेष प्रयास करने पर जोर दिया। उन्होंनंे विभागीय अधिकारियों को निर्देष दिए कि वे परिवार कल्याण, नियमित टीकाकरण, कोरोना टीकाकरण, संस्थागत प्रसव इत्यादि में आंवटित लक्ष्यों की शत्-प्रतिशत पूर्ति के लिए विशेष प्रयास करें।
मातृ व शिशु स्वास्थ्य सेवाओं का करें प्रभावी क्रियान्वयन
मुख्य कार्यकारी अधिकारी जिला परिषद डॉ. टी शुभमंगला ने समस्त चिकित्सा अधिकारियों को गम्भीरता पूर्वक गर्भवती महिलाओं एवं बच्चो को स्वास्थ्य सेवाओ से लाभान्वित करने के निर्देष दिये। एनिमिया से ग्रसित समस्त गर्भवती महिलाओं की टेªकिंग करने, आवष्यक उपचार से लाभान्वित करने तथा संस्थागत प्रसव करवाने हेतु प्रेरित करने के निर्देष दिये। उन्होंने सभी गर्भवती महिलाओं की एचआईवी आदि समस्त आवश्यक जांचे करवाने के निर्देश दिए।
उन्होंने जिले में मातृ एवं शिशु स्वास्थ्य सेवाओं का बेहतर क्रियान्वयन सुनिश्चित करने, हाई रिस्क डिलीवरी को चिन्हित करने व गर्भवती महिलाओं की सम्पूर्ण जांचो की जानकारी तथा विवरण अंकित करने के निर्देश दिए। उन्होंनें उप स्वास्थ्य केन्द्रों पर प्रतिमाह प्रसूति नियोजन दिवसों का सफल आयोजन करने तथा प्रतिमाह प्रधानमंत्री सुरक्षित मातृत्व दिवस के अवसर पर गर्भवती महिलाओं की जांच व परामर्ष सेवाएं आवष्यक रूप से प्रदान कर लाभान्वित करने के निर्देष दिए।
एमसीएचएन डे महोत्सव के रूप में होगा आयोजित
मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. कुणाल साहू ने बताया कि आगामी जून माह से जिले भर में आयोजित होने वाले मातृ शिशु स्वास्थ्य दिवस (एमसीएचएन डे) को महोत्सव के रूप में विभागीय कार्मिकों द्वारा आयोजित किया जाएगा। आशा सहयोगिनी, एएनएम व आंगनवाडी कार्यकर्ताओं द्वारा एमसीएचएन डे आयोजन से पूर्व पूरे गांव में पीले चावल बांट कर ग्रामीणों को आमंत्रण दिया जाएगा तथा एमसीएचएन डे पर प्रदान की जाने वाली स्वास्थ्य सेवाओं के बारें में जानकारी प्रदान की जाएगी।
डॉ. साहू ने सभी चिकित्सा अधिकारियों को निर्देष दिए कि वे स्वास्थ्य विभाग की विभिन्न योजनाओं की जानकारी ग्रामीणों को प्रदान करें ताकि लोग सरकार द्वारा संचालित स्वास्थ्य सेवाओं का भरपूर लाभ लें। चिकित्सा अधिकारी अपने कार्य क्षेत्र में नवाचारों के माध्यम से स्वास्थ्य सूचकांकों में आषानुरूप उपलब्धि अर्जित करने पर विषेष प्रयास करने पर जोर दिया।
मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. कुणाल साहू द्वारा विभागीय गतिविधियों की मासिक प्रगति रिपोर्ट के बारे में विस्तार से जानकारी प्रदान की गई। उन्होंने सभी चिकित्सा अधिकारियों को आरसीएच रजिस्टर व ममता कार्ड की समस्त पूर्तियां एएनएम के माध्यम से आवश्यक रूप से पूर्ण कराने व निर्धारित लक्ष्य अनुरूप बलगम के नमूने लेकर जांच कराने के निर्देश दिए। डॉ. आर.पी. गर्ग ने गुणवतापूर्ण नसबंदी, नियत दिवस नसबंदी सेवाओं के बारें में तथा डॉ. बी.एल. बुनकर ने मुख्यमंत्री निःशुल्क दवा योजना व मुख्यमंत्री निःशुल्क जांच योजना के बारें में जानकारी दी।
मंगलवार को आयोजित जिला स्वास्थ्य समिति की समीक्षा बैठक में मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ कुणाल साहु, उपनिदेशक महिला एवं बाल विकास विभाग सुभाष विश्नोई, उप मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी (प.क.) डॉ. आर.पी.गर्ग, जिला औषधि भण्डार प्रभारी अधिकारी डॉ. बी.एल. बुनकर, उप मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी (स्वा.) डॉ. एम.डी.सोनी, मुख्य जिला शिक्षा अधिकारी आर.के. बैरवा, आयुर्वेद विभाग की डॉ. चम्पा सोलंकी, डीपीएम, एनएचएम अजय कडवासरा खण्ड मुख्य चिकित्सा अधिकारी जैसलमेर, सम व सांकडा एवं जिले के समस्त सामुदायिक एवं प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्रांे के प्रभारी चिकित्सा अधिकारी तथा विभागीय कार्मिक उपस्थित थे।