भारत के नियंत्रक और महालेखापरीक्षक (सीएजी) ने लखनऊ में शंघाईं सहयोग संगठन सर्वोच्च लेखापरीक्षा संस्थानों (एससीओ साईं) के नेताओं की बैठक के अवसर पर साईं ताजिकिस्तान और साईं कजाकिस्तान के साथ दो समझौता ज्ञापनों (एमओयू) पर हस्ताक्षर किए। लेखापरीक्षण के क्षेत्र में दोनों देशों के बीच सहयोग और विशेषज्ञता के आदान-प्रादान को सुदृढ़ करने के उद्देश्य से समझौते किए गए थे। समझौता ज्ञापन लेखापरीक्षण पेशेवरों और तकनीकी टीमों के आदान-प्रादान, प्राशिक्षण कार्यंव््रामों में सहयोग और लेखापरीक्षा आयोजित करने में परस्पर सहयोग के लिए एक मंच भी प्रादान करेंगे। यह समझौते तीन देशों के सर्वोच्च लेखापरीक्षा संस्थानों (एसएआईं) के मध्य घनिष्ठ संबंधों और सहयोग को बढ़ावा देने की दिशा में एक कदम है। साईं ताजिकिस्तान के साथ समझौता ज्ञापन पर काराखोन चिल्लाजोड़ा, अध्यक्ष, ताजिकिस्तान गणराज्य के लेखा चैंबर के साथ हस्ताक्षर किए गए। यह समझौता ज्ञापन संबंधित संस्थान की पेशेवर क्षमता को विकसित और सुदृढ़ करेगा और लेखापरीक्षा के क्षेत्र में पद्धतियों में सुधार करेगा।