भारत ने बुधवार को कहा कि पेरिस जलवायु समझौते पर बातचीत की गुंजाइश नहीं थी और इसके मूल सिद्धांतों पर समझौता नहीं किया जा सकता। मूल सिद्धांतों में समान भागीदारी और जलवायु परिवर्तन से निपटने में हर देश की अलग क्षमताएं और अलग जिम्मेदारियां (सीबीडीआर-आरसी) शामिल हैं। यह बयान पर्यावरण मंत्री हर्षवर्धन की ओर से दिए गए। भारत ने यहां संयुक्त राष्ट्र जलवायु सम्मेलन के मंत्री स्तरीय सत्र में कहा, हम सभी इस बात पर सहमत है कि पेरिस समझौते में बातचीत की गुंजाइश नहीं है इसलिए विकसित और विकासशील देशों के बीच बने नाजुक संतुलन को बरकरार रखना चाहिए तथा समान भागीदारी और जलवायु परिवर्तन से निपटने में हर देश की अलग क्षमताएं और अलग जिम्मेदारियां जैसे मूल सिद्धांत शामिल होने चाहिए। भारत ने एक बयान में कहा, सबसे महत्वपूर्ण यह है कि हमें गरीब, वंचित और कमजोर वगरें के साथ खड़ा होने चाहिए जो जलवायु परिवर्तन से सबसे ज्यादा प्रभावित होंगे।
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