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*न्यूरो साइंसेस कॉन्फ्रेंस 17 से, देश के 100 से ज्यादा न्यूरो साइंटिस्ट्स लेेंगे हिस्सा*

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15 Dec 22
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*न्यूरो साइंसेस कॉन्फ्रेंस 17 से, देश के 100 से ज्यादा न्यूरो साइंटिस्ट्स लेेंगे हिस्सा*

उदयपुर। झीलों की नगरी उदयपुर में एक ओर नया कीर्तिमान बनने जा रहा है। जी-20 शेरपा बैठक के बाद कई सारे नेशनल और इंटरनेशनल कार्यक्रम आयेाजित होने लगे है। ऐसा ही एक बड़ा दो दिवसीय आयोजन 17 दिसंबर से होगा। पेसिफिक मेडिकल कॉलेज एवं हॉस्पिटल के पेसिफिक सेन्टर ऑफ  न्यूरो साइंसेस की ओर से होने वाली 9 वीं उदयपुर कोर्स ऑन न्यूरो साइंसेस 2022 को लेकर तैयारियां शुरू हो चुकी है। कॉन्फे्रंस के चेयरमैन डॉ. अतुलाभ वाजपेयी ने बताया कि ये कार्यक्रम जोन के सबसे बड़े मस्तिष्क कार्यक्रमों में से एक है। इसमें में देश के विभिन्न प्रमुख संस्थानों के 100 से ज्यादा न्यूरो साइंटिस्ट्स् शिरकत करेंगे। साथ ही मस्तिष्क रोगों के इलाज की नई विधाओं के साथ साथ चुनौतियों एवं प्रबंधन पर मंथन करेंगे।

डॉ. वाजपेयी ने बताया कि इस कॉन्फ्रेंस में विभिन्न तकनीकी सत्रों के माध्यम से मस्तिष्क रोग विशेषज्ञ लकवा, मिर्गी एवं अन्य रोगों के इलाज की नई तकनीकों पर मंथन होगा। पहले दिन 17 दिसम्बर को मस्तिष्क रोग विशेषज्ञ डॉ. पीयूष कुमार, डॉ.आत्माराम बंसल, डॉ.पीयूष कुमार, डॉ.चंद्रशेखर डॉ. अरविंदनंदा, डॉ.गौरव गोयल, डॉ.आदित्य गुप्ता, डॉ.जस्टिन थॉमस लकवा एवं मिर्गी के इलाज में न्यूरोइंटरवेंशन, मैकेनिकल थ्रोम्बेक्टोमी, स्टेंटिंग, फ्लो डायवर्टर, इंट्रा सेक्यूलर डिवाइस, मिर्गी का औषधीय उपचार एवं मिर्गी रोगियों की सर्जरी की महत्ता बताएंगे। दूसरे दिन 18 दिसंबर को डॉ. रोहित भाटिया, डॉ.विनय गोयल, डॉ.मीना गुप्ता, डॉ.प्रवीण सुराणा न्यूरो इम्यूनोलॉजी, मूवमेन्ट डिसआर्डर और सिरदर्द, ऑटोइम्यून एन्सेफलाइटिस, मल्टीपल स्केलेरोसिस डायग्नोसिस, पार्किंसंस रोग, न्यूरोमाइलाइटिस ऑप्टिका स्पेक्ट्रम विकार और एमओजीएसडी, डीबीएस (डीप ब्रेन स्टिमुलेशन) और मोमेंट एवं सिरदर्द में औषधीय प्रबंधन आदि पर व्याख्यान देंगे। 

अत्याधुनिक ज्ञान और कौशल को बनाया रखना

डॉ. अतुलाभ वाजपेयी ने बताया कि इस कॉन्फ्रेस का उद्देश्य न्यूरोसाइंसेस के क्षेत्र में काम करने वाले चिकित्सकों को सिरदर्द, स्ट्रोक, मिर्गी, न्यूरो संक्रमण, पुनर्वास, महत्वपूर्ण देखभाल सहित अपने क्षेत्रों में अत्याधुनिक ज्ञान और कौशल को बनाए रखने के लिए एक स्थान प्रदान करना है। इसके अलावा इसमें न्यूरोलॉजिस्ट, न्यूरोसर्जन, चिकित्सक, सामान्य प्रैक्टिशनर्स,प्रौद्योगिकीविद और अन्य स्वास्थ्य पेशेवर भाग लेंगे। इस वर्कशॉप में वैज्ञानिक प्रदर्शनी एवं मस्तिष्क गैलरी भी लगाई जाएगी। जहां प्रमुख कंपनियां अपने मस्तिष्क रोगियों के उपचार में काम आने वाले अत्याधुनिक उत्पादों को प्रदर्शित करेंगी।


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