उदयपुर। नवजात शिशुओं की बढती मृत्युदर घटाने के लिए मंगलवार को जीबीएच जनरल हॉस्पीटल में प्रशिक्षण कार्यशाला हुई। इसमें नवजात शिशुओं के जन्म के तुरंत बाद देखभाल और सारसंभाल के तरीकों का प्रशिक्षण दिया गया।
इंडियन एकेडमिक ऑफ पीडियाट्रिक एवं नेशनल न्यूनेट्रोलॉजी फोरम के सांझे में हुई कार्यशाला में प्रतिभागियों को प्रायोगिक तरीके से प्रशिक्षण दिया गया। इसमें शिशु के जन्म के तुरंत बाद की देखभाल के आसान तरीके बताए गए। कार्यशाला का उद्घाटन डीन एवं कंट्रोलर डॉ. विनय जोशी ने किया। शिशु रोग विभागाध्यक्ष डॉ. रविंद्र भिंगारे ने कार्यशाला के उद्देश्य पर प्रकाश डालते हुए स्वस्थ शिशु में पाए जाने वाले लक्षण की जानकारी दी। शिशु रोग विशेषज्ञ डॉ. अविनाश बोथरा ने शिशु मृत्युदर के आंकडे बताते हुए इसे कम करने के लिए फर्स्ट गोल्डन मिनिट का महत्व बताया। नवजात शिशु के जन्म के तुरंत बाद की देखभाल की जानकारी दी। कार्यशाला में नर्सेज, रेजीडेंट डॉक्टर्स व स्टाफ मौजूद रहा, जिन्हें डॉ. अनुराधा सनाढ्य, डॉ. नीतू बेनीवाल , डॉ. कपिल श्रीमाली ने प्रशिक्षण दिया।