उदयपुर। गुर्दे में कैंसर की गांठ को बढवार लने से पहले ही पता लगाकर ऑपरेशन कर हटा दिया गया। जीबीएच मेमोरियल कैंसर हॉस्पीटल में इस तरह का ऑपरेशन करते हुए रोगी को आगे के संभावित खतरे से बचा लिया गया।
पिछले दिनों रिहाना खिलौनेवाला अस्थमा का इलाज कराने जीबीएच मेमोरियल कैंसर हॉस्पीटल पहुंची थी। यहां छाती का सीटी स्कैन कराने के दौरान उन्हें गुर्दे में गांठ होने का पता चला। कैंसर सर्जन डॉ. कुरैश बंबोरा ने जांच व सीटी स्कैन रिपोर्ट के आधार पर बताया कि रोगी के गुर्दे में गांठ कैंसर की है। इस पर यहां जनरल सर्जन डॉ. शशांक त्रिवेदी के साथ मिलकर ऑपरेशन करना तय किया गया। डॉ. कुरेश बंबोरा और डॉ. शशांक त्रिवेदी ने दूरबिन की मदद से ऑपरेशन करते हुए कैंसरग्रस्त गांठ निकाली गई। डॉ. कुरेश बंबोरा ने बताया कि यह गांइ प्राथमिक स्तर पर पकड में आने से बडा खतरा टालना संभव हुआ। दो महीने इस गांठ के बने रहने पर रोगी के मूत्र से खून आना, गांठ के खून की धमनियों के पकड बना लेने से फेफडे और लीवर पर असर डालने की आशंका थी। अब रोगी पूरी तरह स्वस्थ है और डिस्चार्ज कर दिया गया।