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सृजन द स्पार्क संस्था द्वारा आयोजित लोक कला मण्डल में जमी प्रतिभासिंह बधेल की सुरमयी शाम  

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08 Jan 24
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सृजन द स्पार्क संस्था द्वारा आयोजित लोक कला मण्डल में जमी प्रतिभासिंह बधेल की सुरमयी शाम  

उदयपुर। संगीत एवं कला के क्षेत्र में अग्रणी अंतराष्ट्रीय संस्था ‘‘सृजन द स्पार्क’’ के उदयपुर चेप्टर द्वारा आज लोक कला मंडल में बॉलीवुड गायिका प्रतिभासिंह बघेल की संगीतमयी शाम का आयोजन किया गया। जिसमे ंप्रतिभासिंह के मुख से निकले मखमली सुरों ने सर्दी की रात गर्माहट ला दी। दर्शकों ने हर एक गीत का आनंद ले कर तालियों की दाद दी।
प्रतिभासिंह बघेल ने अपने कार्यक्रम की शुरूआत मोरा सजन आयो नी....से की। पुराने गीतांे की श्रृख्ंाला में से एक गीत इन आंखों की मस्ती के,मस्तानें हजारांे है,मस्तानें हजारों है... पर दर्शकों ने तालियों की भरपूर दाद दे कर उनकी अवाज को सराहा। मौसम है आशकाना, ऐ दिल है कहीं से उनको ऐसे हीं ढूंढ लाना..., यू ही कोई मिल गया था,चलते चलते......,साजन साजन मैं करूं,मोरी साजन जीव जड़ी,साजन लिख लिख मैं बांचू खड़ी खडी,केसरिया बालम आवो नी पधारो महारें देस....जैसे गीतों की प्रस्तुति दी।
गायक अनिल श्रीवास्तव ने किशोर कुमार की आवाज मंे कार्यक्रम की शुरूआत करते हुए उउनके गीतों को अपनी आवाज दी। उन्होंने अपने कार्यक्रम की शुरूआत एक हसीना थी,इक दिवाना था...से की। इसके बाद एक अजनबी हसीना से मुलाकात हो गयी...,नीले नीले अम्बर......ओ मेेरे  दिल के चैन, .चैन आये मेरे दिल को दुआ कीजिये....., जैसे अनेक गीतों को अपनी सुमधुर आवाज में गा कर कार्यक्रम में चार चंाद लगा दिये।
हिन्दुस्तान जिंक एवं इंदिरा आई वी एफ के सौजन्य से आयोजित इस कार्यक्रम में प्रसिद्ध गजल गायक चंदनदास को इस वर्ष का लाईफ टाईम अचीवमेन्ट सहित 6 लोगों सृजन वी डी पलूसकर अवार्ड महाभारत सीरीयल के एंकर हरीश भिमानी को प्रदान किया गया तथा आंेकारनाथ ठाकुर अवार्ड फिल्मी एवं टी वी एक्टर राजेश जैश को, नंदलाल बोस अवार्ड वीणा कैसेट के चैयरमैन के सी मालू को, अमीर खुसरो अवार्ड प्रसिद्ध गजल गायक, कंपोज़र एवं शायर उदयपुर निवासी डॉ. प्रेम भंडारी को, मास्टर मदन अवार्ड ईटरनल हॉस्पीटल जयपुर की चैयरमैन श्रीमती मंजू शर्मा को तथा खेमचंद प्रकाश अवार्ड सामाजिक कार्यकर्ता एवं स्मार्ट सिटी हॉस्पीटल भोपाल के मैनेजिंग डायरेक्टर डॉ. विजय सक्सेना को उपरना,शॉल ओढ़ाकर एवं स्मृतिचिन्ह प्रदान कर सम्मानित किया।
के.सी. मालू ने इस अवसर पर कहा कि संगीत व संस्कृति को संरक्षण देना जरूरी लेकिन मुश्किल है।सृजन द स्पार्क संस्था इस कार्यक्रम के जरिये नया निर्माण कर रही है,इससे भारतीय संगीत के प्रति युवाओं में रूचि बढ़ेगी।  डॉ. प्रेम भण्डारी ने शेरों शायरी कह कर वाहवाही प्राप्त की। मंजू शर्मा ने कहा कि अमेरीका मंे चिकित्सा क्षेत्र में काम करने के बाद अब भारतीय लोगों के लिये स्वास्थ्य क्षेत्र  में कुछ करने की ईच्छा लिये यहंा लौटी हूं। अंगदान वर्तमान समय की बहुत जरूरत है। डॉ. विजय सक्सेना ने कहा कि समाज सेवा कभी अलग से नहीं की जाती है। अपने क्षेत्र में जो कार्यक्रम कर रहे है तो वह पूरी लगन से करें तो वैसे ही समाज सेवा हो जाती है। संगीत एक थैरेपी भी है। राजेश जैश ने कहा कि अपने मन का काम करने से मनुष्य कभी नहंी थकता है क्योंकि यह एक मेडिटेशन भी है। हमें अपनी संस्कृति अस्मिता को बचायें रखना बहुत आवश्यक है।
महाभारत में समय की आवाज से पहिचानें जाने वाले हरीश भिमानी ने कहा कि अनुष्ठान की तरह हर काम करता हूं। जब मैने स्वरंाकन क्षेत्र में कदम रखा था तो वह उस समय व्यवसाय नहंीं था लेकिन आज यह एक उद्योग बन गया है। इसे सम्मान मिला है। जो संस्थान सफल व्यक्तियों को सम्मानित करता है उसका स्थान और मंदिर का स्थान एक ही है। अनिल सिंघवीं ने कहा कि वे संगीत के साथ अपनी पढ़ाई पूरी की। संगीत को अपेन जीवन का हिस्सा बनाया। ़इस वर्ष से बिजनेस क्षेत्र में एक नया अवार्ड सृजन एक्सीलेन्सी अवार्ड फॉर बिजनेस विजनरी अचीवमेन्ट का पहला अवार्ड ज़ी बिजनेस मुंबई के मैनेजिंग एडिटर अनिल सिंघवी को प्रदान किया गया। गज़ल गायक चंदन दास ने शेर कह कर अपनी बात सुनायी।
कार्यक्रम की शुरूआत विजयलक्ष्मी एण्ड ग्रुप ने राग भोपाली की रचना में ओम नमः शिवाय की शिव वंदना से हुई।
प्रारम्भ में इस अवसर पर संस्था के अध्यक्ष दिनेश कटारिया ने इस अवसर पर स्वागत उद्बोधन देते हुए संस्था की स्थापना से लेकर अब तक किये गये संगीतमय कार्यो की जानकारी दी। 10 वर्ष स्थापित इस संस्था ने इस दौरान देश में 14 व विदेश में 4 चेप्टर खोल कर भारतीय संगीत को देश विदेश में पंहुचा कर संगीत की प्रतिभाओं को मंच देने का प्रयास किया है।  
कार्यक्रम में संस्था के मुख्य संरक्षक आई जी कोटा रेंज प्रसन्न कुमार खमेसरा,संभागीय आयुक्त राजेन्द्र भट्ट,हिजिलि के मुनीष वासुदव,श्रीमती अनुपम निधि, एपेक्स अध्यक्ष राजेश खमेसरा,अध्यक्ष दिनेश कटारिया, सचिव ब्रजेन्द्र सेठ, अब्बासअली बन्दुकवाला, डॉ.अजय मुर्डिया, पी एस तलेसरा, ओम प्रकाश अग्रवाल,कार्यक्रम संयोजक भूपेन्द्र श्रीमाली,श्याम एस.सिंघवी,प्रकाश लोढ़ा,राजेन्द्र शर्मा सहित कई पदाधिकारी एवं गणमान्य नागरिक मौजूद थे।


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