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शांतिपूर्ण निर्वाचन प्रक्रिया में बाधा डालने वालों से निष्पक्षतापूर्वक सख्ती से निपटेंः मुख्य सचिव

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07 Oct 23
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शांतिपूर्ण निर्वाचन प्रक्रिया में बाधा डालने वालों से निष्पक्षतापूर्वक सख्ती से निपटेंः मुख्य सचिव

 आगामी विधानसभा चुनाव-2023 की तैयारियों तथा भयमुक्त माहौल में निष्पक्ष निर्वाचन प्रक्रिया संपादित कराने को लेकर राजस्थान सरकार की मुख्य सचिव उषा शर्मा और पुलिस महानिदेशक उमेश मिश्रा ने शुक्रवार को उदयपुर संभागीय आयुक्त सभागार में उदयपुर और बांसवाड़ा संभाग के प्रशासन और पुलिस अधिकारियों की समीक्षा बैठक ली। इसमें गृह सचिव भानूप्रकाश एटूरू व अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक कानून व्यवस्था आनंद श्रीवास्तव सहित दोनों संभागीय आयुक्त व आईजी सहित सभी जिलों के कलक्टर-एसपी मौजूद रहे।
बैठक में मुख्य सचिव उषा शर्मा ने कहा कि इलेक्शन टाइम सर्वाधिक संवेदनशील समय होता है। इसमें प्रशासन और पुलिस के मूवमेंट और एक्शन पर ही भयमुक्त, निष्पक्ष और पारदर्शी चुनाव प्रक्रिया निर्भर करती है। इसलिए पूरी तरह से अलर्ट रहें। सुव्यवस्थित कार्ययोजना बनाकर उसके अनुरूप कार्य करें। उन्होंने कहा कि चुनावी समय में बहुत से लोग सांप्रदायिक रूप से माहौल बिगाड़ने का प्रयास करते हैं, आपराधिक प्रवृत्ति के लोग भी सक्रिय हो जाते हैं। शराब, मादक पदार्थों का एकत्रिकरण, वितरण और तस्करी भी बढ़ जाती है। ऐसे में सभी को बहुत अधिक सजग रहते हुए निरंतर निगरानी रखनी होगी। उन्होंने स्पष्ट शब्दों में कहा कि माहौल बिगाड़ने का प्रयास करने वालों के खिलाफ बिना किसी भेदभाव और दबाव के निष्पक्ष होकर सख्त से सख्त कार्यवाही करें, ताकि उसका मैसेज अन्य लोगों तक पहुंचे और आमजन में विश्वास बना रहे। मुख्य सचिव श्रीमती शर्मा ने कहा कि आगामी दिनों में तीज-त्यौहार भी रहेंगे। छोटी सी घटना बड़ा रूप ले सकती है। सभी कलक्टर-एसपी अपना सूचना तंत्र मजबूत रखें, हर छोटी-बड़ी घटना की सूचना पहुंचनी चाहिए। साथ ही उन्होंने दोनों संभागीय आयुक्त व आईजी को हर महत्वपूर्ण घटना की सूचना मुख्यालय को देने के निर्देश दिए।  
पुलिस महानिदेशक उमेश मिश्रा ने कहा कि चुनावी दृष्टि से संवेदनशील क्षेत्रों और व्यक्तियों को चिन्हित करने में थाना और बीट स्तर का अधिक महत्व है। निचले स्तर से सटीक फीडबैक प्राप्त कर उसके अनुरूप निरोधात्मक कार्यवाही करें। सीएलजी, शांति समिति, ग्राम रक्षा दलों को सक्रिय करके उनका सहयोग लेने के निर्देश दिए। उन्होंने सभी कलक्टर-एसपी को अपने-अपने जिलों में शरारती तत्वों को चिन्हित कर उनके विरूद्व पासा एक्ट में कार्यवाही करने के भी निर्देश दिए। उन्होंने सीमावर्ती थाना क्षेत्रों में विशेष चौकसी बरतने, पड़ौसी राज्यों की टीमों के साथ संयुक्त अभियान चलाकर कार्यवाही करने के भी निर्देश दिए।
बैठक में मुख्य सचिव व डीजीपी ने सभी कलक्टर व एसपी के कार्यों की प्रशंसा करते हुए आगामी समय में और अधिक उर्जा के साथ काम करने के निर्देश दिए। अतिरिक्त महानिदेशक कानून व्यवस्था आनंद श्रीवास्तव ने सभी जिलों की तुलनात्मक रिपोर्ट प्रस्तुत करते हुए अपेक्षित एक्शन से अवगत कराया।
प्रारंभ में सभी जिलों के जिला कलक्टर और पुलिस अधीक्षक ने अपने-अपने जिलों में चुनाव के मद्देनजर की गई तैयारियों, असुरक्षित और संवेदनशील बूथों को लेकर की जा रही प्राथमिक कार्यवाही, आदतन अपराधियों की धरपकड़ व पाबंद कराने की कार्यवाही, अवैध शराब, नकदी, मादक पदार्थों की जब्ती से जुड़ी कार्यवाही की पीपीटी के माध्यम से जानकारी दी। संभागीय आयुक्त व आईजी ने भी संभाग स्तरीय रिपोर्ट साझा करते हुए अपेक्षित संसाधनों के बारे में बताया।
बैठक में उदयपुर संभागीय आयुक्त राजेंद्र भट्ट, आईजी अजयपाल लांबा, बांसवाड़ा संभागीय आयुक्त नीरज के पवन, आईजी एस प्रेमिला, टीएडी आयुक्त ताराचंद मीणा, उदयपुर कलक्टर अरविन्द पोसवाल, एसपी भुवनभूषण यादव, भीलवाड़ा कलक्टर आशीष मोदी, एसपी श्यामसिंह, चित्तौड़गढ कलक्टर गौरव अग्रवाल, एसपी राजन दुष्यंत, राजसमंद कलक्टर निलाप सक्सेना, एएसपी शिवलाल बैरवा, प्रतापगढ कलक्टर डॉ इंद्रजीत यादव, एसपी अमितकुमार, डूंगरपुर कलक्टर एल एन मंत्री, एसपी कुंदन कंवरिया, सलूम्बर कलक्टर प्रतापसिंह, एसपी अरशद अली, बांसवाड़ा कलक्टर प्रकाशचंद्र शर्मा व एसपी अभिजीतसिंह उपस्थित रहे।


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