1. विवाह वर्षगाँठ पर दम्पत्ति का देहदान संकल्प
गायत्री विहार निवासी महेंद्र पाण्डेय व सुधा पाण्डेय ने बीते दिनों विवाह की 38 वी वर्षगांठ पर देहदान का संकल्प लिया।
महेंद्र जी श्री राम फर्टिलाइजर केमिकल लिमिटेड से और सुधा जी डीआरएम विभाग,कोटा से सेवानिवृत्त हुए है । सेवानिवृत्ति के बाद से महेंद्र जी ने काफी लंबे समय तक गीता भवन में भी अपनी सेवाएं दी है । महेंद्र जी ने बताया कि परिवार में जब भी किसी का जन्म दिवस ,वैवाहिक वर्षगांठ या कोई भी शुभ अवसर आता है तो सामाजिक कार्यो के द्धारा ही उसको मनाया जाता है ।
इसी क्रम में इस बार जब महेंद्र जी की 38 वर्षगांठ आई तो, इन्होंने सर्वप्रथम शाइन इंडिया फाउंडेशन के कार्यालय में पहुंचकर देहदान के विषय में संपूर्ण जानकारी ली । देहदान से संबंधित सारी जानकारी लेने के बाद उन्होंने अपनी पत्नी सुधा से भी देहदान के विषय पर चर्चा की तो उन्होंने भी सहर्ष अपना देहदान संकल्प पत्र भर दिया ।
सुधा जी ने भी देहदान के विषय में अपनी बात रखते हुए कहा कि, मृत्यु के बाद शरीर को व्यर्थ मानकर जलाने से कई गुना बेहतर है कि, भावी चिकित्सक उस पर अध्ययन कर सकें ।
महेंद्र और सुधा जी ने अपना यह निर्णय अपनी इकलौती बेटी अक्षिता पांडे और सभी क़रीबी रिश्तेदारों को भी बता दिया है।