उदयपुर, महाराणा मेवाड चैरिटेबल फाउण्डेशन, उदयपुर दिनांक १५ दिसम्बर २०२२ से १७ दिसम्बर २०२२ तक मेवाड की प्राचीन धातु कला एवं खनन संबंधी कार्यशाला का आयोजन रखा जा रहा है।
इस कार्यशाला के तहत मेवाड में होने वाले पारम्परिक धातु खनन से लेकर उससे बनने वाले अस्त्र-शस्त्र एवं अन्य उपयोगी व सजावटी वस्तुओं के बारे में सविस्तार ऐतिहासिक जानकारी के साथ कार्यशाला आयोजित की जा रही है। कास्य धातु से लेकर वर्तमान में उपयोग में लिए जाने वाले स्टील धातु तक के सफर पर व्याख्यान एवं धातु प्रक्रिया पर भिन्न-भिन्न कार्यशाला सम्पन्न होगी। जिनमें मेवाड के लौहार, सिकलीगर, स्वर्णकार, कसेरा आदि कारीगरों के साथ पारंपरिक निर्माण कार्य को भी प्रदर्शित किया जाएगा।
मेवाड में जस्ता, सीसा, चांदी, लोहा और तांबे पर प्राचीन काल से कार्य होता आया है, उसी समृद्ध धातु इतिहास के विभिन्न पहलुओं एवं तकनीकियों पर चर्चा के साथ मेवाड में हुए धातु कला संरक्षण आदि कई विषयों को सम्मिलित किया गया है।
कार्यशाला में व्यक्तिगत रूप से अथवा ऑनलाइन भाग ले सकता है, इससे संबंधित अधिक जानकारी वेबसाइट पर उपलब्ध है।