GMCH STORIES

आजादी में गोविंद गुरू का योगदान देश कभी भी भूल नहीं पाएगा - मुख्यमंत्री

( Read 2328 Times)

01 Nov 22
Share |
Print This Page
आजादी में गोविंद गुरू का योगदान देश कभी भी भूल नहीं पाएगा - मुख्यमंत्री

जयपुर। मुख्यमंत्री श्री अशोक गहलोत ने आदिवासी शहीदों को नमन करते हुए कहा कि भारत की स्वतंत्रता में आदिवासियों का बडा योगदान रहा है। उनका संघर्ष अकल्पनीय रहा है। यही वजह है कि मेवाड-वागड की धरती और मानगढ धाम का गौरवशाली इतिहास स्वर्ण अक्षरों में लिखा गया है। यहां के इतिहास की जितनी खोज की जाए, उतनी नई कहानियां मिलेंगी। उन्होंने कहा कि आजादी में गोविंद गुरू की महत्वपूर्ण भूमिका को भारतीय कभी भी भूल नहीं सकते हैं। उन्होंने मानगढ धाम को राष्ट्रीय स्मारक का दर्जा देने की भी मांग की। 
    श्री गहलोत मंगलवार को मानगढ धाम में आजादी के अमृत महोत्सव के अंतर्गत धूली वंदना कार्यक्रम को संबोधित कर रहे थे। प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी की उपस्थिति में श्री गहलोत ने कहा कि आदिवासियों ने आजादी के लिए जिस तरह से अंग्रेजों से लोहा लिया, वह हमारे देश का महान इतिहास है। पूरे देश में जिस तरह से जलियांवाला बाग की पहचान बनी है, उसी तरह मानगढ की तपोभूमि को पहचान मिली है। उन्होंने कहा कि मानगढ के आदिवासियों ने गुलामी की जंजीरों से मुक्त होने के लिए अपने प्राणों का बलिदान दिया। अन्य राज्यों में भी आदिवासियों का आजादी की जंग में बडा योगदान रहा है। 
    मुख्यमंत्री ने कहा कि राष्ट्रपिता महात्मा गांधी के देश में लोकतंत्र की जडें मजबूत हैं। इसी से ही विश्व में भारतीयों का हमेशा सम्मान होता रहा है। उन्होंने कहा कि महात्मा गांधी के सानिध्य में देश ने आजादी की जंग लडी, पंडित जवाहरलाल नेहरू १० वर्ष तक जेल में रहे तथा डॉ. भीमराव अम्बेडकर ने संविधान लिखा, उसी से हम प्रेरणा लेकर आगे बढ रहे हैं। मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य सरकार द्वारा आदिवासियों की शिक्षा के लिए बांसवाडा में जनजाति विश्वविद्यालय खोला गया है। साथ ही, प्रदेशभर में शिक्षा क्षेत्र में अनेक विकास किए जा रहे हैं। स्वास्थ्य सेवाओं में भी राजस्थान अन्य राज्यों की तुलना में आगे निकल गया है।
राजस्थान की चिरंजीवी योजना देशभर में करें लागू
    मुख्यमंत्री ने प्रधानमंत्री से आग्रह किया कि राज्य सरकार द्वारा हर यूनिवर्सल हेल्थ कवरेज के लिए ’मुख्यमंत्री चिरंजीवी स्वास्थ्य बीमा योजना’ शुरू की है। इस जनकल्याणकारी योजना का अध्ययन कराकर पूरे देश में लागू किया जाए, ताकि हर वर्ग को निःशुल्क चिकित्सा सुविधा उपलब्ध हो सके। 
बांसवाडा को रेलमार्ग से जोडा जाए 
    श्री गहलोत ने कहा कि राज्य सरकार द्वारा बांसवाडा को रेलमार्ग से जोडने के लिए रेल मंत्रालय को २५० करोड रूपये राशि उपलब्ध कराई गई और भूमि भी चिन्हित कर ली गई। इसके बावजूद कार्य नहीं हो पाया है। इस कार्य को शीघ्र पूरा कराया जाए, ताकि आस्था और भक्ति के प्रमुख केंद्र पर लोगों का आवागमन सुगम हो सके।     
    मुख्यमंत्री ने सभास्थल से पहले शहीद स्मारक पर श्रद्धासुमन अर्पित कर शहीदों को श्रद्धांजलि दी। उन्होंने मानगढ धूली की भी वंदना की।  
    इस दौरान मध्यप्रदेश के राज्यपाल श्री मंगूभाई पटेल, मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान, गुजरात के मुख्यमंत्री श्री भूपेन्द्र पटेल, केन्द्रीय मंत्री श्री फग्गन सिंह कुलस्ते, श्री अर्जुन राम मेघवाल, जल संसाधन मंत्री श्री महेन्द्रजीत सिंह मालवीय, राजस्व मंत्री श्री रामलाल जाट, ऊर्जा मंत्री श्री भंवर सिंह भाटी, जनजाति मंत्री श्री अर्जुन सिंह बामणिया, सांसद श्री कनकमल कटारा, श्री सी.पी. जोशी, श्रीमती जसकौर मीना, श्री अर्जुनलाल मीणा, नेता प्रतिपक्ष श्री गुलाबचंद कटारिया, उप नेता प्रतिपक्ष श्री राजेन्द्र राठौड सहित मानगढ धाम के पदाधिकारी, जनप्रतिनिधि एवं बडी संख्या में आदिवासी समाज में लोग उपस्थित रहे। 
 


Source :
This Article/News is also avaliable in following categories : Headlines , ,
Your Comments ! Share Your Openion

You May Like