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कोटा की व्यवस्थाओं को लेकर मंत्री शांति धारीवाल बेहद गंभीर

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19 Apr 21
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कोटा की व्यवस्थाओं को लेकर मंत्री शांति धारीवाल बेहद गंभीर

कोटा (डॉ. प्रभात कुमार सिंघल) |  प्रदेश भर में कोरोना का लगातार कहर बरपा रहा है कोचिंग सिटी कोटा भी कोरोना की जद में है और हर रोज पॉजिटिव रोगियों की तादाद में हो रही बढ़ोतरी मध्य नजर रोकथाम इलाज और इलाज के संसाधनों में बढ़ोतरी को लेकर कोटा उत्तर के विधायक एवं नगरीय विकास मंत्री धारीवाल ने कोटा की कमान संभाल रखी है । अस्पतालों में भर्ती मरीजों को लगने वाले रेमदेसीविर इंजेक्शन की दवा या फिर ऑक्सीजन सिलेंडरों की व्यवस्था के साथ अस्पताल में पहुंचे रोगियों को माकूल इलाज मिले इसको लेकर वह लगातार प्रयास कर रहे हैं।

 मंत्री शांति धारीवाल ने कोटा जिला प्रशासन चिकित्सा अधिकारियों मेडिकल कॉलेज के प्राचार्य अस्पताल के प्राचार्य  हो ड्यूटी पर तैनात चिकित्सकों से सीधे बात करके समस्याओं जाना और सीएम अशोक गहलोत और स्वास्थ्य मंत्री रघु शर्मा से बातचीत कर जितना जल्दी हो सके कोटा में व्यवस्थाओं में बढ़ोतरी कि उन्होंने मांग की साथ ही अस्पताल में इंजेक्शन को लेकर कमी की बात सामने आने पर उन्होंने तुरंत जयपुर से इंजेक्शन की बड़ी खेप कोटा रवाना करवाई। मंत्री धारीवाल ने एक बड़ा सुझाव सीएम गहलोत और स्वास्थ्य मंत्री को यह भी दिया है कि संभाग स्तर पर एक नोडल अधिकारी नियुक्त किया जाएं ताकि आसपास के जिलों में अस्पतालों में खाली बेड  की संख्या की जानकारी हमेशा रहे । एक जिले से दूसरे जिले में मरीजों को शिफ्ट करने की जरूरत पड़े तो उनको दूसरे जिलों के अस्पतालों में भी शिफ्ट किया जा सके इसके लिए बकायदा ऑक्सीजन युक्त एवं अन्य संसाधन युक्त एंबुलेंस की व्यवस्थाएं भी रखी जाए। ताकि भविष्य में ऐसी स्थिति पैदा होने पर रोगियों को दूसरे जिलों के अस्पतालों में खाली बेड़ो शिफ्ट  कर उनका इलाज किया जा सके।

       मंत्री शांति धारीवाल ने बयान जारी कर जनता को आश्वस्त किया है कि रोकथाम और इलाज को लेकर सरकार अति संवेदनशील है इलाज के लिए संसाधनों में कोई कमी नहीं होने देंगे। वह लगातार मुख्यमंत्री और स्वास्थ्य मंत्री से संपर्क में हैं और कोटा के मौजूदा हालात की उनको लगातार जानकारी भी दे रहे हैं।

ये हैं कोटा में प्रबन्ध एवं व्यवस्था

      मंत्री शांति धारीवाल ने कोटा के अस्पतालों में फ़िलहाल चल रही व्यवस्थाओं के बारे में फीडबैक लेकर मीडिया में अपना बयान जारी कर बताया कि

कोटा मेडिकल कॉलेज के अस्पताल (NMCH + SSB) में कुल 610 रोगी भर्ती है जिसमे से 390 रोगियों के ऑक्सिजन चल रही है। Examination Hall को खाली करवाकर 100 बेड का Day Care Center बनाया गया है। ऑक्सिजन कैपेसिटी फुल हो चुकी है।  NMCH एवं SSB में 3 ऑक्सीजन जनरेशन प्लांट चल रहे है। जिनकी क्षमता 330 सिलैंडर प्रतिदिन है।1200 सिलैंडर है एवं ऑक्सिजन प्लांट की क्षमता को मिलाकर 1530 की कैपेसिटी है। 1200 सिलेंडर ऑक्सीजन एवं तीनों ऑक्सीजन plant की capacity पूरी consume हो रही है। अतिरिक्त व्यवस्था के तहत कोविड रोगियों के लिए MBS में 78 बेड रिज़र्व रखे गए है और रोगियों का आना प्रारंभ हो गया है। 

MBS में OXYGEN प्लांट 100 सिलैंडर प्रतिदिन की कैपेसिटी है एवं तकरीबन 250 सिलैंडर मौजूद है। नए 950 सिलैंडर का आर्डर किया गया है जो 4 से 10 दिन में आ जाएंगे। एनेस्थीसिया के डॉक्टरों की कमी है। ऑक्सिजन का मैनेजमेंट यही संभाल सकते है। 200 Multi pera Monitor का आर्डर place किया है।  10 दिन में आ जाएंगे। 100 ऑक्सिजन कंसनट्रेटर, जिनमे प्रत्येक की 10 लीटर की कैपेसिटी है का आर्डर place कर दिया है 10 दिनों में आ जाएंगे।  Remdesivir इंजेक्शन आवश्यकतानुसार कोटा में आते रहेंगे इसके लिए उन्होंने सीएम गहलोत व स्वास्थ्य मंत्री वार्ता कर 1200 की खेप कोटा और रवाना करवाई हैं। 

कोरोना जंग में भागीदारी निभाये

         यूडीएच मंत्री शांति धारीवाल अस्पतालों की व्यवस्थाओं के साथ साथ आमजन से भी लगातार अपील कर रहे हैं कि गाइडलाइन की पालना करके कोरोना के खिलाफ चल रही इस जंग में अपनी गंभीरता के साथ भागीदारी निभाएं वही घरों पर आइसोलेट मरीजों को सरकार द्वारा वितरित की जा रही दवाइयों के बारे में भी उन्होंने अधिकारियों से फीडबैक लिया , जिन आइसोलेट रोगियों को दवा नहीं पहुंच पा रही है उन्होंने स्थापित किए गए कंट्रोल रूम पर सूचना देने का भी आग्रह किया है ताकि जल्दी उनको भी प्रकार की ओर से दी जा रही दवा की सुविधाएं घरों पर मिल सके।


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