गीतांजलि इंस्टिट्यूट ऑफ़ फार्मेसी एवं राजस्थान फार्मेसी कौंसिल के संयुक्त तत्वाधान में रविवार को एक सतत फार्मेसी शिक्षा कार्यक्रम का आयोजन किया गया। इस प्रोग्राम में फार्मेसी कौंसिल, ड्रग कण्ट्रोल डिपार्टमेंट, उदयपुर ड्रग एंड केमिस्ट एसोसिएशन एवं परिवार सेवा संसथान से आये वक्ताओं ने उदयपुर संभाग से आये 400 से ज्यादा प्रतिभागी फार्मासिस्ट, विभिन्न महाविद्यालयों के प्रधानाध्यापकों, प्राध्यापकों को फार्मेसी एक्ट के बदलाव, कौंसिल की फार्मेसी रजिस्ट्रेशन एवं नवीनीकरण की प्रक्रिया, ओवर दी काउंटर दवाइयों का सही उपयोग, पेशेंट काउन्सलिंग , दवा के प्रतिबंधित उपयोग पर ड्रग कण्ट्रोल डिपार्टमेंट के पेनल्टी के प्रावधान, परिवार नियोजन मिशन में फार्मासिस्ट भूमिका आदि पर विस्तार से चर्चा की।
कौंसिल के अध्यक्ष, श्री महावीर सोगानी जी उपाध्यक्ष श्री अजय अग्रवाल एवं रजिस्ट्रार श्री नरेंद्र कुमार ने फार्मासिस्ट के हित में कौंसिल के विभिन्न निर्णयों के बारे में बताया। केमिस्ट एसोसिएशन के वक्ताओं ने केमिस्टो के विभिन्न प्रस्तावों को कौंसिल के मंच पर रखा एवं अपने विचार व्यक्त किये।
गीतांजलि फार्मेसी के प्रधानाचार्य व् इस कार्यक्रम के कन्वेनर प्रोफेसर महेंद्र सिंह राठौड़ ने अतिथियों का स्वागत करते हुए गीतांजलि यूनिवर्सिटी में आयोजित विभिन्र् फार्मेसी की गतिविधियों के बारे में बताया। कौंसिल के सदस्य व् कोऑर्डिनेटर श्री अलोक भार्गव ने कौंसिल की और से अपने विचार रखे। गीतांजलि यूनिवर्सिटी के प्रशासन की और से एग्जीक्यूटिव डायरेक्टर श्री अंकित अग्रवाल जी, संस्था के वाईस चांसलर डॉ एस के लुहाड़िआ जी व् रजिस्ट्रार मयूर रावल जी ने इस सतत शिक्षा कार्यक्रम के सफल आयोजन के लिए शुभकामनाए प्रेषित की। कार्यक्रम का संचालन डॉ उदीची ने किया।