गीतांजली कॉलेज एंड स्कूल ऑफ़ नर्सिंग में दिनांक 21.06.2000 को अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस – विषय : “मानवता के लिए योग” का आयोजन किया गया। इस अवसर पर डॉ. संध्या घई, डीन, जी.सी.एस.एन., ने विद्यार्थियों को संबोधित करते हुए मानसिक स्वास्थ्य के साथ शारीरिक स्वास्थ्य की महत्वता से अवगत करवाया एवं जीवन में योग के महत्व के बारे में बताया एवं दैनिक जीवन में योग को अपनाने को कहा। डॉ. घई ने छात्रों और फैकल्टी को बताया कि "हम सभी अंतरराष्ट्रीय योग दिवस मना रहे हैं, आठ साल पहले योग के प्रति हमारे समर्पण को मजबूत करने के लिए भारत के प्रधानमंत्री माननीय श्री नरेन्द्र मोदी के सौजन्य से इसे पहला अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस घोषित किया गया था। उन्होंने सबको कहा कि वह ड्रग्स और हिंसा से दूर रहें तथा अपने आप को संचारी रोगों से बचाने के लिए रोजाना योग करें। अपने आचरण, विचारों और व्यवहार को स्वस्थ एवं शुद्ध रखें। पहले केवल ऋषि-मुनि ही योग करते थे लेकिन आजकल यह दुनिया के प्रत्येक व्यक्ति की आवश्यकता है।"
योग प्रदर्शन और अभ्यास का पहला सत्र श्री देवनारायण, पी.एच.डी. विद्यार्थी गीतांजली विश्वविद्यालय के द्वारा किया गया, जिन्होंने किशोरों में तनाव कम करने पर अपना शोध कार्य किया है। प्रो. दिनेश कुमार शर्मा, खेल समन्वयक ने योग प्रदर्शन की विशेषज्ञ सुश्री श्वेता गोयल का परिचय दिया। जिसने फैकल्टी सदस्यों एवं विद्यार्थियोँ को विभिन्न योगासनों का अभ्यास करवाया।
इस कार्यक्रम में डीन डॉ. संध्या घई के साथ कॉलेज के शिक्षक प्रो. दिनेश कुमार शर्मा, श्री देवनारायण, श्री कमलेश मेनारिया, श्रीमती दीपिका निलेश, श्री तुषार दाधीच ने भी भाग लिया ।
डॉ. संध्या घई, डॉ. योगेश्वर पुरी गोस्वामी, प्रो. दिनेश कुमार शर्मा, सुश्री श्वेता गोयल और छात्रों को श्री देवनारायण द्वारा धन्यवाद ज्ञापन के साथ समारोह का समापन हुआ।