** शिक्षक दिवस पर शनिवार को आर्यन लेखिका मंच द्वारा संस्कृति,साहित्य मीडिया,फोरम कोटा के तत्वावधान में आयोजित बाल कविता एवं निबंध प्रतियोगिताओं के विजेताओं को पुरस्कार वितरण कार्यक्रम राजकीय कन्या उच्च माध्यमिक विद्यालय, दादाबाड़ी में आयोजित किया गया।
** अतिथियों द्वारा संभागीय बाल कविता प्रतियोगिता "बचपन और बरसात " के वरिष्ठ वर्ग के विजेताओं विष्णु शर्मा 'हरिहर ', ज्योतिका माहेश्वरी, अदिति सलोनी, दीप्ति सिंह , डॉ. सुलोचना शर्मा ,योगीराज योगी, रेणु सिंह राधे एवं रेखा शर्मा , बाल वर्ग में न्यू किड्स वर्ल्ड स्कूल के धान्या जैन ,प्रतिभा पाल सजल गौतम ,अमान हुसैन, आयमा, भुवनेश बाल विद्यालय के केया सोलंकी एवं राधिका को पुरस्कृत किया गया।
** राजकीय कन्या उच्च माध्यमिक विद्यालय, दादाबाड़ी में आयोजित "भारतीय संस्कृति और वर्तमान परिप्रेक्ष्य में नारी स्वतंत्रता" विषय पर निबंध प्रतियोगिता के विजेता बच्चों गौरी सूर्यवंशी, स्मृति राठौर ,कल्पना और रितु सेन को पुरस्कृत किया गया।
** बच्चों ने मन मोह लिया :
बच्चों द्वारा सुनाई गई कविताओं ने सभी का मन मोह लिया। बच्चों की प्रस्तुति देख सभी ने नन्हें बच्चों के प्रयासों की मुक्तकंठ से प्रशंसा की। अन्य प्रतियोगियों ने भी अपनी कविताएं सुनाई।
** सराहनीय प्रयास : मनीषा :
कार्यक्रम अध्यक्ष डॉ .मनीषा शर्मा ने कहा राष्ट्र के उत्थान के लिए जरूरी है कि एक कर्तव्यनिष्ट शिक्षक संस्कृति, अपने देश की भाषा और साहित्य को बचाने के लिए निरंतर अग्रसर हो। राष्ट्र के उन्नयन और सांस्कृतिक मूल्यों को बचाने के लिए बाल मन तक के अंतर्गत किए जा रहे प्रयास उत्साहवर्धक और प्रेरक हैं। केवल साहित्य सृजन ही पर्याप्त नहीं है वरन नई पीढ़ी को इसके लिए तैयार करना और भी महत्वपूर्ण है।
** पूरा सहयोग रहेगा : स्नेहलता :
मुख्य अतिथि जिला शिक्षा अधिकारी शहर स्नेहलता शर्मा ने कहा शिक्षक राष्ट्र निर्माण की धुरी है। इन कार्यक्रमों में उनका पूरा सहयोग रहेगा। विशिष्ठ अतिथि वरिष्ठ साहित्यकार रामेश्वर रामू भैया , जितेंद्र निर्मोही और विद्यालय प्रधानाध्यापिका वंदना जैन ने अपने विचार व्यक्त कर शिक्षक दिवस का महत्व बताते हुए मिशन बाल मन तक के अंतर्गत आयोजित कार्यक्रम को बच्चों को साहित्य से जोड़ने और समझ पैदा करने के लिए सार्थक पहल बताया।
*" गत वर्ष पांच हजार बच्चे जुड़े :
आर्यन लेखिका मंच की अध्यक्ष रेखा पंचोली ने सभी का स्वागत करते हुए बताया कविता प्रतियोगिता में 58 प्रतियोगियों ने भाग लिया । संचालन करते हुए डॉ. अपर्णा पाण्डेय ने बताया गत वर्ष पांच हजार बच्चों को बाल साहित्य मेलों के माध्यम से साहित्य से जोड़ा गया।
** इस वर्ष 50 हजार का टारगेट :
आभार व्यक्त कर संयोजक डॉ. प्रभात कुमार सिंघल ने बताया कि 50 हजार बच्चों को इस वर्ष साहित्य से जोड़ने के लिए मिशन बाल मन तक अभियान चलाया जा रहा है। इसमें साहित्यकारों और विद्यालयों का अच्छा सहयोग प्राप्त हो रहा है। अभी तक दो हजार से अधिक बच्चों में साहित्य की समझ पैदा की जा चुकी है।
** प्रारंभ में अतिथियों ने मां सास्वती की तस्वीत पर माल्यार्पण और दीप प्रज्वलित कर कार्यक्रम का शुभारंभ किया। प्रतिभा शर्मा एवं श्रीमती स्मृति शर्मा ने दीप मंत्र, पल्लवी न्याती और डॉ .युगल सिंह ने सरस्वती वंदना प्रस्तुत की। डॉ. इंदु बाला शर्मा, पल्लवी न्याति, डॉ. शशि जैन, विजय कुमार शर्मा, आर. के.शर्मा, जितेंद्र गौड़ , राम शर्मा,सहित कई साहित्यकार उपस्थित रहे। अतिथियों को स्मृति स्वरूप पौधे भेंट किए गए।
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