मोहनलाल सुखाड़िया विश्वविद्यालय सामाजिक एवं मानविकी महाविद्यालय की एनएसएस की तीनों इकाइयों द्वारा आयोजित सात दिवसीय शिविरों का समापन कार्यक्रम संपन्न हुआ! कला महाविद्यालय के पुस्तकालय एवं सूचना विज्ञान विभाग द्वारा रकमपुरा गांव को गोद लेकर सात दिवसीय कार्यक्रम आयोजित किए गए। ग्राम के राजकीय उच्च माध्यमिक विद्यालय में आयोजित सात दिवसीय शिविर के समापन समारोह के अतिथि मुख्य ब्लॉक शिक्षा अधिकारी श्री परमेश्वर श्रीमाली, कला महाविद्यालय के सहअधिष्ठाता प्रोफेसर प्रदीप त्रिखा, डॉ खुशपाल गर्ग, विद्यालय के प्राचार्य मनोज कुमार दाधीच, सरपंच शंकर गमेती, स्कूल प्रबंधन समिति के सदस्य छगन सुथार, महेश व्यास, विद्यालय की श्रीमती महिमा श्रीमाली एवं अन्य शिक्षकगण कार्यक्रम में उपस्थित रहे। सुखाड़िया विश्वविद्यालय के कुलपति प्रोफेसर अमेरिका सिंह ने एनएसएस कार्यक्रम के समापन के संदर्भ में अपना आशीर्वचन दीया और कहा की राष्ट्रीय सेवा योजना के नाम से ही संदर्भित होता है इससे जुड़े हुए व्यक्ति का केवल सेवा, और सेवा ही उसका मुख्य उद्देश्य है। श्री परमेश्वर श्रीमाली ने अपने उद्बोधन में कहा कि मनुष्य मन, वचन और कर्म से 'सत्यम शिवम सुंदरम' को अपनाना चाहिए शिक्षा का उद्देश्य मनुष्य में संस्कारों का रोपण करना है अगर व्यक्ति सुसंस्कारी है तो व्यक्ति समाज और राष्ट्र की उन्नति सहायक बनेगा। वर्तमान भौतिक युग में हम हमारे संस्कारों को भूलते जा रहे हैं एनएसएस जैसी योजनाओं से जुड़ने पर व्यक्ति में सेवा का भाव उत्पन्न होता है। एनएसएस के कार्यक्रम अधिकारी डॉ. पी एस राजपूत ने बताया कि 7 दिवसीय शिविर के अंतर्गत विभिन्न कार्यक्रम आयोजन किया गया जिनमें स्वच्छ भारत, श्रेष्ठ भारत, चित्रकला प्रतियोगिता, कविता प्रतियोगिता, टी बी जैसे रोग पर जागरूकता कार्यक्रम, महिला सशक्तिकरण, महिलाओं हेतु महावारी के समय सैनिटरी नैपकिन के उपयोग आदि पर कार्यक्रमों का आयोजन किया गया साथ ही राजस्थान स्थापना दिवस के उपलक्ष में आज राजस्थान दिवस पर निबंध प्रतियोगिता, कविता पाठ एवं प्रश्नोत्तरी जैसे कार्यक्रमों का भी आयोजन किया गया! इन प्रतियोगिताओं में प्रथम द्वितीय तृतीय स्थान प्राप्त करने वाले विद्यार्थियों को पारितोषिक के रूप में पुरस्कार प्रदान किए गए। कला महाविद्यालय के एनएसएस प्रोग्राम ऑफिसर डॉ. डोली मोगरा एवं डॉ. मनीष श्रीमाली ने किए गए कार्यों का संक्षिप्त विवरण प्रस्तुत किया! विद्यालय के प्रधानाचार्य श्री मनोज कुमार दाधीच ने समापन कार्यक्रम में कहां की हम विश्वविद्यालय और एनएसएस इकाई को धन्यवाद देते हैं कि उन्होंने इस उत्तम कार्य के लिए विद्यालय का चयन किया और विद्यार्थियों द्वारा सामाजिक उपयोगी और सेवा से जुड़े कार्यों को करवाया यह निश्चित रूप से विद्यार्थियों में एक नई ऊर्जा का संचार करेगा और नए संस्कारों का जन्म देगा। उन्होंने सुखाड़िया विश्वविद्यालय के कुलपति प्रोफ़ेसर सिंह से आग्रह किया कि एनएसएस के इस प्रकार के कार्यक्रम और अधिक आयोजित किए जाएं जिससे विद्यालय के छात्रों को प्रोत्साहन मिलेगा और वह समाज को एक नई दिशा देने में सहायक होंगे। महाविद्यालय की एनएसएस के स्वयंसेवकों के अलावा श्री राजाराम भाट, अनुज यादव, जितेंद्र मेघवाल तथा अन्य ग्रामवासी उपस्थित रहे।